(बिलासपुर ) शनिवार २४ अगस्त को पूर्व केन्द्रीय वित्त मंत्री अरूण जेटली के निधन पर पूर्व मंत्री अमर अग्रवाल ने गहरा दुख व्यक्त करते हुए कहा कि उनके निधन से भारतीय राजनीति का एक सितारा खो गया है। उनका असमय निधन मेरे जीवन की व्यक्तिगत क्षति है। वे जीएसटी की कार्य परिषद् में मेरे सलाह को भी तवज्जों देते थे, मेरे कार्यो से प्रभावित होकर मुझसे कई बार केन्द्र में राजनीति करने की सलाह देते थे।
अग्रवाल ने कहा कि उन्हें जेटली जी के साथ काम करने का अवसर प्राप्त हुआ उन्होंने मुझे जीएसटी काउंसलिंग में शामिल कर कार्य करने का अवसर दिया तथा बहुत से मुद्दों विषयों एवं निर्णयों पर सलाह मशविरा भी करते थे जो मेरे लिए सुखद अनुभव था।
जेटली जी एक कुशल प्रशासक के साथ-साथ देश के जाने माने अधिवक्ता में एक थे। वे सफल संगठक तथा भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता भी थे। अग्रवाल ने कहा कि जेटली का हमारे परिवार तथा बाबू जी स्व.लखीराम अग्रवाल से भी लगाव रहा। अविभाजित मध्यप्रदेश एवं छत्तीसगढ़ की राजनीति में पार्टी संगठन को मजबूत बनाने में उनका बड़ा योगदान रहा। उन्होंने बिलासपुर में त्रिवेणी सभा भवन व्यापार विहार भारतीय जनता पार्टी के नगरीय निकाय के जनप्रतिनिधि सम्मेलन में कार्यकर्ताओं को मार्गदर्शन प्रदान किया था वह अविस्मरणीय क्षण था।
नेताओं ने कहा कि हमारा मार्गदर्शक चला गया
छत्तीसगढ़ विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक ने जेटली के निधन पर शोक व्यक्त करते हुए कहा कि काल के चक्र ने हमसे बेहतर मार्गदर्शक, पथ प्रदर्शक और कानूनवेत्ता छीन लिया। सांसद अरुण साव ने कहा कि उन्होंने वित्त मंत्री रहते हुए अनेक साहसिक निर्णय लिये। जीएसटी लागू कर उन्होंने देश को आर्थिक मजबूती प्रदान की। उनका निधन हम सबके लिए बड़ी क्षति है। भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता भूपेन्द्र सवन्नी, मस्तूरी विधायक डॉ. कृष्ण मूर्ति बांधी, भाजपा जिला अध्यक्ष व विधायक रजनीश सिंह, महापौर किशोर राय और भाजपा जिला महामंत्री द्वय रामदेव कुमावत, घनश्याम कौशिक ने कहा कि जेटली का समूचा जीवन आदर्शों की मिसाल है। संसद में अपने तार्किक वक्तव्य से उन्होंने भाषायी गरिमा और विद्वत्ता का जो उच्चतम मानदंड स्थापित किया है, वह हम सबके लिए पाथेय है।