रायपुर। दिवाली के पहले चोरी की वारदात को अंजाम देने आई नागपुर के गिरोह की दो महिला उठाईगिरी पुलिस के हत्थे चढ़ गईं। यह घटना लाखेनगर क्षेत्र में हुई, जहां पुलिस ने आरोपी महिलाओं को दबोचा। दरअसल, एक ऑटो रिक्शा में सवार एक महिला यात्री का आरोपित महिलाओं ने पांच हजार रुपये से भरा पर्स पार कर दिया था। दूसरे ऑटो चालक की सजगता ने इस वारदात को उजागर किया, जिसने पीड़िता को सूचना दी।
शिव वाटिका, अश्वनीनगर निवासी अनिता देवांगन (56) सोमवार की दोपहर 3:30 बजे टिकरापारा गई थीं। वहां से उनकी बहन दुर्गा देवांगन ने उन्हें बूढ़ेश्वर मंदिर तक छोड़ दिया और लौट गईं। बूढ़ेश्वर चौक से अनिता एक ऑटो रिक्शा में सवार होकर अश्वनीनगर जाने लगीं, जिसमें पहले से दो पुरुष बैठे थे।
ऑटो में महिला यात्रियों को बनाती हैं शिकार
मंगल होटल के पास दो महिलाएं लाखेनगर जाने का बहाना बनाकर अनिता के करीब बैठ गईं। लेकिन उन्होंने लाखेनगर में उतरने के बजाय अश्वनीनगर के पास उतरने का निर्णय लिया। इसी दौरान, एक अन्य ऑटो चालक ने अनिता को चेतावनी दी कि, “मैडम, आप अपना पर्स चेक कर लीजिए, अभी जो महिलाएं ऑटो से उतरी हैं, वे उठाईगीर है।”
अनिता ने तुरंत अपना बैग खोला और देखा कि पांच हजार रुपये से भरा उनका पर्स गायब था। इस बीच, दोनों महिलाएं भी वहां से जा चुकी थीं। ऑटो चालक और अनिता ने आसपास महिलाओं की तलाश की, तो वे एक किराना दुकान में दिखीं। चालक की मदद से अनिता ने दोनों महिलाओं को पकड़कर पूछताछ की, लेकिन वे पर्स चोरी करने से इंकार करती रहीं।
पीड़िता ने बुला लिया पुलिस
इस दौरान, ऑटो चालक ने डायल 112 पर कॉल करके पुलिस को बुला लिया। अनिता ने दोनों महिलाओं की तलाशी ली, तो उनके थैले में गायब पर्स पाया गया। पुलिस टीम ने दोनों महिलाओं को पुरानी बस्ती पुलिस थाने ले जाकर गिरफ्तार कर लिया। गिरफ्तार की गई महिलाएं महाराष्ट्र के नागपुर जिले के ग्राम कन्हान की हीराबाई खन्ना गायकवाड (40) और केसर कैलाश लोंढे (45) हैं।
पुलिस ने इस मामले में चोरी का केस दर्ज किया है। पूछताछ में दोनों ने पर्स चुराने की बात स्वीकार कर ली और बताया कि वे शहर के विभिन्न भीड़-भाड़ वाले इलाकों में उठाईगिरी और चोरी की घटनाएं अंजाम देने के लिए आई थीं। पुलिस उनके गिरोह से जुड़े अन्य महिलाओं और पुरुषों के बारे में जानकारी जुटा रही है।