अडाणी ग्रुप की एक कंपनी को शेयर बाजार रेगुलेटर SEBI ने नोटिस भेजा है. यह नोटिस कंपनी के शेयरधारकों की शिकायत के बाद भेजा गया है. अडाणी समूह की कंपनी अडाणी एनर्जी सॉल्युशंस लिमिटेड ने इस बात की जानकारी दी है. दरअसल कंपनी के कुछ निवेशकों ने गलत तरीके से पब्लिक शेयरहोल्डिंग को कैटेगराइज्ड करने का आरोप लगाया है. कंपनी ने अपनी दूसरी तिमाही के नतीजों की टिप्पणी में विवरण दिए बिना कहा कि वह रेगुलेटर और वैधानिक अधिकारियों को इस मामले पर स्पष्टीकरण और जानकारी देगा. समूह की रिन्यूबल एनर्जी फर्म अडाणी ग्रीन एनर्जी लिमिटेड को सेबी से कोई नया नोटिस नहीं मिला है. एईएसएल ने कहा, ‘‘चालू तिमाही के दौरान, कुछ पक्षों की शेयरधारिता को सार्वजनिक शेयरधारिता के रूप में गलत तरीके से वर्गीकृत करने का आरोप लगाते हुए कारण बताओ नोटिस मिला है.’’
क्या है पब्लिक शेयरहोल्डिंग पैटर्न का नियम
कंपनी ने कहा कि वह समय-समय पर जानकारी, प्रतिक्रिया, दस्तावेज और/या स्पष्टीकरण देकर विनियामक और वैधानिक प्राधिकरणों को जवाब देगी. सेबी के सूचीबद्धता नियम के अनुसार सूचीबद्ध कंपनी में कम से कम 25 प्रतिशत हिस्सेदारी सार्वजनिक निवेशकों के पास होनी चाहिए.
अडाणी समूह की 10 सूचीबद्ध कंपनियों में से सात को 31 मार्च को समाप्त तिमाही में संबंद्ध पक्ष लेनदेन के कथित उल्लंघन और सूचीबद्धता नियमों का पालन न करने के लिए भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड (सेबी) से कारण बताओ नोटिस मिला था.
1400 फीसदी से ज्यादा रिटर्न
अडाणी एनर्जी सॉल्युशंस के शेयरों ने निवेशकों को अच्छा रिटर्न नहीं दिया है. इस स्टॉक ने पिछले एक साल में शेयरधारकों का 35 फीसदी का रिटर्न दिया है. अक्टूबर 2023 में कंपनी के शेयरों का भाव 735 रुपये था और अब कीमत 1000 रुपये प्रति शेयर है.