उत्तर प्रदेश परिवहन विभाग खुद को हाईटेक करने में जुटा है.गाजियाबाद क्षेत्रीय परिवहन कार्यालय भी अब अपनी 58 सेवाएं पूरी तरह फेसलेस करने जा रहा है. इसका मतलब है कि लोगों को अब आरसी, ड्राइविंग लाइसेंस और वाहन के फिटनेस की कॉपी के लिए आरटीओ ऑफिस के धक्के नहीं खाने होंगे.करीब दस दिन के डेमो के बाद गाजियाबाद, गौतमबुद्ध नगर, हापुड और बुलंदशहर जिले में नई व्यवस्था लागू कर दी जाएगी. इससे घर बैठे ही लोगों के काम होने लगेंगे. विभाग की सेवाएं ऑनलाइन होने का सबसे बड़ा फायदा यह होगा कि आरसी और वाहन फिटनेस सर्टिफिकेट जैसे जरूरी कामों में बिचौलियो का दखल रुकेगा और भ्रष्टाचार कम होगा.
अब तक नौ सेवाओं को ऑनलाइन किया जा चुका है. अब इन सेवाओं को संख्या को 43 तक किया जा रहा है. विभाग का इरादा 58 सेवाओं को ऑनलाइन करने का है, लेकिन कुछ सर्विसेज को ऑनलाइन करने में कानूनी दिक्कतें आ रही हैं. इन समस्याओ का समाधान होते ही इनको भी ऑनलाइन कर दिया जाएगा.
तय समय में आवेदन पर करनी होगी कार्रवाई
आरटीओ ऑफिस की सेवाएं ऑनलाइन होने का सबसे बड़ा फायदा यह होगा कि इससे लोगों का काम कर्मचारी बिना वजह अटका नहीं पाएंगे. किसी काम के लिए आवेदन करने के बाद एक तय समय के भीतर उस अप्लीकेशन को स्वीकार या नामंजूर करना होगा. इसका फायदा यह होगा कि लोगों को अपना कोई भी कागज लेने को लंबा इंतजार नहीं करना होगा.
अगले महीने खुलेगा फिटनेस सेंटर
गाजियाबाद में वाहनों की फिटनेस जांचने को दो और फिटनेस सेंटर खोले जाएंगे. अभी डासना में एक फिटनेस सेंटर कार्यरत है. अगले महीने के अंत तक एक और सेंटर खुल जाएगा. वहीं, दूसरे सेंटर की फाइल प्रक्रिया में है. इन दोनों सेंटरों के चालू हो जाने के बाद जिले में वाहन फिटनेस जांच केंद्रों की संख्या तीन हो जाएगी. अभी एक ही सेंटर होने से वाहनों की फिटनेस जांच में काफी समय लगता है.