कोरबा. छत्तीसगढ़ के कोरबा जिले में कोहराम मचा हुआ है. यहां शहर के बीचों-बीच नहर में दो बच्चे डूब गए. उन्हें डूबते देख मां भी नहर में कूद गई. जिला प्रशासन को मां का शव तो मिल गया, लेकिन 24 घंटे बाद भी बच्चों का पता नहीं चला है. इसे देखते हुए परिजनों और लोगों ने बवाल मचा दिया है. उन्होंने थाने का घेराव और चक्का जाम कर दिया. वे नहर का पानी कम करने की मांग कर रहे हैं. जिला और पुलिस प्रशासन ने लोगों को समझा-बुझाकर जैसे-तैसे मामला शांत किया. घटना के बाद पूरे इलाके में मातम पसरा हुआ है. घर में परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है. पुलिस नहर में बच्चों की लगातार तलाश कर रही है.
गौरतलब है कि घटना 28 अक्टूबर की सिटी कोतवाली थाने का है. यहां शहर के बीचों-बीच मौजूद नगर में दो बच्चे डूब गए. ये नजारा देख लोगों के होश उड़ गए. इधर, बच्चों को डूबता देख मैगजीन भाटा में रहने वाली उनकी मां सुषमा मानिकपुरी भी कूद गई. उसके कूदने के बाद लोगों की भीड़ मौके पर लग गई. लोगों ने महिला को बचाने की कोशिश की. उन्होंने तत्काल पुलिस और एंबुलेंस की घटना की सूचना दी. सूचना मिलते ही पुलिस की टीम, राहत-बचाव की टीम तत्काल मौके पर पहुंची. टीमों ने तत्काल तीनों को तलाश करना शुरू कर दिया.
इस तरह हुआ हादसा
यहां जांच में पुलिस को पता चला कि 14 साल की बटी और 8 साल का बेटा नहर में डूब गए. इस मामले में 29 अक्टूबर तक बच्चों का कहीं कुछ पता नहीं चला है. ये देखते हुए परिजनों और लोगों ने नहर में पानी कम करने की मांग की. उन्होंने सीएसईबी पुलिस चौकी का घेराव कर दिया. लोगों ने यहां चक्का जाम कर दिया. लोगों का आरोप है कि पुलिस घटना की ओर ध्यान नहीं दे रही है. नहर का पानी भी कम नहीं किया जा रहा. लोगों ने बताया कि सुषमा अपने बच्चों के साथ दर्री रोड स्थित मुख्य मार्ग राताखार जोड़ा पुल के पास नहाने गई थी. उसी दौरान बच्चे बह गए तो उसने भी नहर में छलागं लगा दी. मौके पर मौजूद दो युवकों ने उन्हें बचाने का प्रयास किया. लेकिन, सफल नहीं हुआ. महिला का शव एक किलोमीटर दूर मिला.