बिलासपुर. बीते दिनों रायगढ़ जिले में करंट की चपेट में आने से एक ही परिवार के तीन हाथियों की मौत हो गई थी. इस मामले में हाईकोर्ट ने स्वतः संज्ञान लिया है. आज चीफ जस्टिस के डबल बेंच में इस मामले की सुनवाई हुई. कोर्ट ने सचिव ऊर्जा विभाग और छत्तीसगढ़ राज्य विद्युत वितरण कंपनी मैनेजिंग डायरेक्टर को नोटिस जारी कर जवाब मांगा है. बता दें इस मामले की अगली सुनवाई 20 नवंबर को होगी.
बिजली विभाग की लापरवाही आई सामने
वन विभाग की टीम ने घटना स्थल का मुआयना किया, ते बिजली विभाग की लापरवाही सामने आई था. 11 केवी तार काफी नीचे झुला हुआ था जिसकी वजह से ही यह घटना घटित हुई है. इसके लिए डीएफओ ने बिजली विभाग के जेई को नोटिस भेजा है. इसके अलावा वन विभाग ने अपने preliminary offence report(POR) में भी बिजली विभाग की लापरवाही का जिक्र किया है. जानकारी के अनुसार, इसी मामले में बिजली विभाग के कर्मचारियों को राजधानी रायपुर में तलब किया गया है.
अनुशंसा के बाद हुई कार्रवाई
मिली जानकारी के मुताबिक एक साथ तीन हाथियों की मौत हो जाने के बाद वन विभाग की टीम इस मामले मे गंभीरता से कार्रवाई कर रही है, विभागीय टीम ने इस मामले मे सामारूमा सर्किल प्रभारी अजय खेस के भी सस्पेंड के लिए सीसीएफ बिलासपुर को अनुशंसा पत्र भेजा है, CCF प्रभात मिश्रा ने अनुशंसा पत्र के आधार पर डिप्टी रेंजर को भी निलंबित कर दिया है.
कई बार की गई शिकायत
प्रारंभिक जांच मे यह भी पता चला की वन विभाग के नर्सरी प्रभारी ने 11केवी लाइन तार नीचे होने की शिकायत कई बार बिजली विभाग के स्थानीय कर्मचारियों से की थी, लेकिन इसके बावजूद इस ओर किसी तरह की पहल नही की गई जिसके परिणाम स्वरूप यह घटना घटित हो गई. हाथी बचाब दल ने भी समय समय पर इस मामले में वन विभाग और विद्युत विभाग को घेरा जा रहा था.
बिटगार्ड हुआ सस्पेंड
वन विभाग की जांच मे यह भी पाया गया की पिछले तीन से चार दिनों तक घरघोड़ा रेंज मे 70 से अधिक हाथी के विचरण करने के बावजूद भी संबंधित बीटगार्ड के द्वारा सही तरह से हाथियों के सुरक्षा के मद्देनज़र निगरानी नहीं की गई, इस मामले मे गंभीर लापरवाही पाए जाने के बाद रायगढ़ डीएफओ स्टाईलों मंडावी ने रविवार की शाम कचकोबा परिसर रक्षक सन्यासी सिदार को सस्पेंड कर दिया है.