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लड़ तो खूब रही हैं मगर…वेंटिलेटर सपोर्ट पर बिहार कोकिला शारदा सिन्हा, बेटे अंशुमन को पीएम मोदी ने दिया हौसला

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हार कोकिला शारदा सिन्हा की तबीयत में अभी बहुत अधिक सुधार नहीं है. पल्स रेट हाई होने के कारण उनकी स्थिति बिगड़ती गई तो उन्हें वेंटिलेटर सपोर्ट दिया गया. लगातार ऑक्सीजन लेवल गिरने के बाद उनकी स्थिति नाजुक है. बताया जा रहा है कि मल्टीपल ऑर्गन डिस्फंक्शन की स्थिति है. इस बीच पीएम नरेंद्र मोदी ने शारदा सिन्हा का हाल चाल लिया है. बेटे अंशुमन सिन्हा को पीएम मोदी ने फोन पर कहा कि बिल्कुल मजबूती से इलाज कराएं. बता दें कि शारदा सिन्हा अनकान्शस हालत में पहुंच गईं हैं. बिहार कोकिला दिल्ली एम्स में रात से ही वेंटीलेटर सपोर्ट पर हैं और देश के लोग लोक गायिका शारदा सिन्हा के स्वस्थ होने की कामना कर रहे हैं. शारदा सिन्हा के बेटे अंशुमन सिन्हा ने भावुक होते हुए बताया कि इस बार ये सच्ची खबर है कि मां वेंटिलेटर पर हैं.

फेसबुक पर अपने पोस्ट में अंशुमन सिन्हा ने कहा, 

अभी मैंने कन्सेंट साइन किया है और इस बार ये सच्ची खबर है कि मां वेंटिलेटर पर हैं. प्रार्थना जारी रखिए. बहुत बड़ी लड़ाई में मां जा चुकी हैं. मुश्किल है, काफी मुश्किल है. इस बार काफी मुश्किल है. बस यही प्रार्थना कीजिए कि वो इससे बाहर आ सकें. ये रियल अपडेट है. अभी उनसे मिलकर आया हूं. छठी मां कृपा करें. अभी फिलहाल डॉक्टर्स मिले तो उन्होंने यही कहा है कि अचानक केस बिगड़ा है. अभी सब कोशिश कर रहे हैं.  तो मैं इस वक्त लाइव आकर आप लोगों को सही जानकारी दे रहा हूं ताकि कोई गलत जानकारी ना डाल दे. कम से कम ऐसे घड़ी में सुधरना भी आना चाहिए. खैर, हम सब अभी यही प्रार्थना कर रहे हैं कि मां बच जाएं किसी तरह. उनकी जान बचा ली जाए. बहुत कष्ट में भी हैं वो. तो आप सभी सुनने वालों और छठ पूजा करने विनती है कि अपनी अपनी पूजा-प्रार्थना में उनको भी शामिल रखिएगा. बहुत लंबा समय उन्होंने अपने देश और राज्य के लिए दिया है. इसलिए ये जरूरी है कि उन्हें थोड़ी और मोहलत मिलनी चाहिए. बस फिलहाल के लिए धन्यवाद, आगे जैसा होता है मैं हाजिर रहूंगा.

बता दें कि शारदा सिन्हा को सोमवार की शाम में प्राइवेट वार्ड से आईसीयू में शिफ्ट किया गया था. इसके बाद उनकी स्थिति देर शाम में बिगड़ती चली गई जिसके बाद उनको वेंटिलेटर सपोर्ट दिया गया. शारदा सिन्हा बीते 10 दिनों से दिल्ली एम्स में भर्ती हैं और उनको मेडिकल ऑंकोलॉजी वार्ड में भर्ती कराया गया था. इसके बाद उनको लगातार ऑक्सीजन सपोर्ट पर रखा जा रहा था. इस बार स्थिति बिगड़ने के बाद वेंटिलेटर भी देने की आवश्यकता पड़ गई. बता दें कि एक दिन पहले ही उनकी स्थिति में कुछ सुधार हुआ था तो उनको प्राइवेट वार्ड में भर्ती करवाया गया था, लेकिन सोमवार की शाम उनके पल्स रट में उतार-चढ़ाव को देखते हुए फिर से आइसीयू में भर्ती करवाया गया.

डॉक्टरों ने शारदा सिन्हा की स्थिति पर यह बताया
इसको लेकर लोक गायिका शारदा सिन्हा के पुत्र अंशुमन सिन्हा से न्यूज 18 ने उनकी मां की तबीयत के बारे में फोन से जानकारी ली तो उन्होंने बताया कि मां (शारदा सिन्हा) की स्वास्थ्य संबंधी संघर्ष जारी है. वह लड़ तो खूब रही हैं पर उनकी स्थिति में बहुत अधिक सुधार नहीं हो रहा है. चिंता की बात यह है कि तबीयत में सुधार होने पर वह स्थिर यानी स्टेबल नहीं रह पा रहा है. अब शारदा सिन्हा वेंटिलेटर सपोर्ट पर हैं और देशभर में उनके लिए प्रार्थनाएं हो रहीं हैं. अंशुमन सिन्हा ने बताया कि डॉक्टरों ने कहा है कि 7 से 10 दिन में स्थिति सामान्य भी हो सकती है, लेकिन कंडीशन अच्छा और बुरा दोनों हो सकता है क्योंकि पल्स रेट में लगातार उतार-चढ़ाव परेशान करने वाला है.

बीते 26 अक्टूबर को तबीयत अत्यधिक बिगड़ गई
गौरतलब है कि पद्म विभूषण से सम्मानित बिहार कोकिला शारदा सिन्हा की तबीयत बीते 26 अक्टूबर की सुबह ज्यादा खराब हो गई थी. इसके बाद दिल्ली एम्स में भर्ती करवाया गया था. इसी साल 22 सितंबर को शारदा सिन्हा के पति ब्रजकिशोर सिन्हा का ब्रेन हेम्ब्रेज के कारण निधन हो गया था. यह लोक गायिका के लिए बहुत बड़ा झटका था.  बिहार कोकिला को पद्म विभूषण से सम्मानित किया है. इसके पहले इससे पहले उनको वर्ष 2018 में पद्म भूषण सम्मान भी मिल चुका था. इसके पहले 2015 में बिहार सरकार पुरस्कार, 2006 में राष्ट्रीय अहिल्यादेवी अवार्ड, 2000 ईस्वी में संगीत नाटक अकादमी पुरस्कार भी मिल चुका है. इसके पहले वर्ष 1991 में ही उनको पद्मश्री से सम्मानित किया गया था.

शारदा सिन्हा के बारे में कुछ खास जानकारियां
बता दें कि शारदा सिन्हा के संगीत का सफर 1974 में शुरू हुआ था. इसके बाद 1978 में उन्होंने पहली बार उग हो सूरज देव… गाना रिकॉर्ड किया था जो अत्यधिक लोकप्रिय हुआ. उनका गाया यह गीत आज भी छठ पर्व का मानो पर्याय बन गया हो. इस गीत की सफलता के बाद वह उन्होंने सफलता की सारी ऊंचाइयां प्राप्त की. बिहार में सुपौल जिले के हिलसा में 1 अक्टूबर 1952 को शारदा सिन्हा का जन्म हुआ था. उन्होंने बीएड किया और यूपी से म्यूजिक में एमए भी किया है. उनके पिता सुखदेव ठाकुर शिक्षा विभाग में वरिष्ठ अधिकारी थे. उन्होंने समस्तीपुर विमेंस कॉलेज में प्रोफेसर के तौर पर काम भी किया. शारदा सिन्हा के एक बेटे अंशुमन सिन्हा और बेटी वंदना है.