हरियाणा पुलिस ने किसानों से दिल्ली जाने की परमिशन मांगी है। उनका कहना है कि बिना परमिशन के वह दिल्ली नहीं जा सकते। इसके बाद किसानों ने बैरिकेडिंग तोड़ने की कोशिश की। इस पर हरियाणा पुलिस ने आंसू गैस के गोले छोड़े।
किसान केंद्र सरकार से फसलों पर न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) की गारंटी के कानून समेत 13 मांगें कर रहे हैं।
हरियाणा और पंजाब पुलिस ने दिल्ली कूच के दौरान मीडिया को दूर से कवरेज करने की सलाह दी है। इससे पहले 6 दिसंबर को भी किसानों ने दिल्ली कूच करने की कोशिश की थी, लेकिन हरियाणा पुलिस ने आंसू गैस के गोले दागे, जिसमें 8 किसान घायल हो गए। इसके बाद पंधेर ने किसानों को वापस बुला लिया।
हरियाणा पुलिस और किसानों के क्या-क्या इंतजाम…
हरियाणा पुलिस: किसानों को रोकने के लिए पुल के ऊपर और नीचे करीब 1000 जवान तैनात किए हैं। 3 वज्र वाहन खड़े किए। आंसू गैस के गोलों के डिब्बे रखे हैं।
किसान: घायलों को ले जाने के लिए 10 एंबुलेंस के अलावा 7 गाड़ियां तैनात की हैं। आंसू गैस के गोलों से निपटने के लिए 500 मीटर के दायरे में पानी के टैंकरों और बोरियों का इंतजाम किया है। किसानों को चश्मे और मास्क के साथ नमक भी दिया है। दरअसल, आंसू गैस से सांस लेने में दिक्कत होती है। नमक चाटने से राहत मिलती है।