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दिव्यांगों में मौजूद क्षमता को बढ़ाने और शिक्षित-प्रशिक्षित करने के लिए समाज के विशेष योगदान की आवश्यकता – राज्यपाल

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राज्यपाल रमेन डेका व सांसद पांडे अभिलाषा के वार्षिकोत्सव, पुरस्कार वितरण एवं सम्मान समारोह में हुए शामिल

अभिलाषा को राजभवन से 2 लाख 51 हजार रू. व सुनील अग्रवाल से 5 लाख की घोषणा हु

राजनांदगांव- राज्यपाल रमेन डेका आज पद्मश्री गोविंदराम निर्मलकर ऑडिटोरियम गौरव पथ में अभिलाषा के वार्षिकोत्सव, पुरस्कार वितरण एवं सम्मान समारोह में शामिल हुए। इस अवसर पर सांसद संतोष पाण्डेय विशेष रूप से उपस्थित थे। राज्यपाल रमेन डेका ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि दिव्यांगों में मौजूद क्षमता को बढ़ाने उन्हें शिक्षित-प्रशिक्षित करने में समाज का विशेष योगदान होना चाहिए। उन्होंने कहा कि दिव्यांगों में सिक्स सेंस अधिक काम करता है तथा इसे और सक्रिय कर उनमें विद्यमान कार्य क्षमता को बढ़ाया जा सकता है। यह कार्य केवल सरकार द्वारा पूरा करना संभव नहीं होता, इसके लिए समाज की भागीदारी बढ़ाई जानी चाहिए। राज्यपाल ने कहा कि जिन दिव्यांगजनों को प्रशिक्षण के पश्चात विभिन्न संस्थाओं में नौकरी मिल गई है, वे इसे अपनी संपूर्ण मंजिल न समझें, बल्कि आगे बढऩे के लिए प्रयास करते रहें। इस दौरान उन्होंने दिव्यांगों के लिए समर्पित संस्था अभिलाषा को 2 लाख 51 हजार रूपए राजभवन से प्रदान करने की घोषणा की। उन्होंने यह भी कहा कि शासन द्वारा समाज कल्याण के लिए जितनी योजनाएं है, उनका लाभ इन दिव्यांगों को मिले, इसके लिए हरसंभव प्रयास किया जाएगा।
राज्यपाल रमेन डेका ने राजनांदगांव में दिव्यांगजनों के लिए संचालित संस्था अभिलाषा के कार्यों की सराहना की और कहा कि किसी संस्था के तीस वर्ष सेवा भाव से व्यतीत होना किसी चुनौती से कम नहीं होता। इस संस्था से अपनी शिक्षा पूर्ण कर चुके अनेक दिव्यांगजन अपने पैरों पर खड़े होकर समाज में सम्मानजनक जीवनयापन कर रहे हंै। उन्होंने कहा कि समाज के दिव्यांगजन ने शारीरिक या मानसिक रूप से या किसी तरह से अक्षम हो जाते हैं, तब उन्हें आगे बढऩे के समान अवसर प्रदान करना सबकी जिम्मेदारी है।

राज्यपाल ने कहा कि अभिलाषा संस्था में लाभान्वित हो रहे 30 से भी अधिक दिव्यांगजन शासकीय सेवा के साथ-साथ स्वरोजगार से जुडक़र अपना जीवन यापन सम्मानजनक रूप से कर पा रहे हैं। राज्यपाल ने दिव्यांग साथियों, सेवाभावी पदाधिकारियों, दानदाताओं को हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं देते हुए कहा कि पीडि़त मानवता की सेवा पथ पर पूर्ण उत्साह और ऊर्जा के साथ कार्य करते रहें। उन्होंने वार्षिकोत्सव और पुरस्कार वितरण समारोह में विभिन्न क्षेत्रों में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले बच्चों को बधाई देते हुए उनकी सफलता की कामना की। उन्होंने अभिभावकों से भी अपील करते हुए कहा कि वे अपने बच्चों को प्रोत्साहित करते रहें और उनकी हरसंभव सहायता करें। उनके इस समर्थन और प्रेरणा से ही ये बच्चे जीवन में नए ऊंचाईयां हासिल कर सकते हैं। राज्यपाल ने गणतंत्र दिवस के अवसर पर राष्ट्रपति भवन नई दिल्ली में आयोजित एट होम रिसेप्शन में शामिल होने के लिए चयनित राजनांदगांव विकासखंड के ग्राम कुसमी की लखपति दीदी श्रीमती दिव्या निषाद के जीवन वृत्तांत को दिव्यांगजनों एवं अन्य लोगों के लिए प्रेरणास्पद बताया।
सांसद संतोष पाण्डेय ने कहा कि इस संस्था द्वारा दिव्यांगों के सर्वागीण विकास के लिए सराहनीय कार्य किए जा रहे है। जिले के विभिन्न सामाजिक संगठनों एवं अन्य क्षेत्रों के लोगों ने कोरोना सहित अन्य कठिन परिस्थितियों में जनता की विशेष रूप से सेवा की है। उन्होंने यह भी कहा कि पूरे छत्तीसगढ़ में राजनांदगांव ऐसा जिला है, जहां सीआरसी (दिव्यांगजन कौशल विकास, पुनर्वास एवं सशक्तिकरण समेकित क्षेत्रीय केन्द्र) की स्थापना की गई है और यहां दिव्यांगों को विशेष रूप से शिक्षित-प्रशिक्षित करने का कार्य किया जा रहा है। इसके अलावा दिव्यांगजनों को अपने पैरों पर खड़े होने के लिए रोजगार से भी जोड़ा जा रहा है। नि:स्वार्थ भाव से दिव्यांगों के लिए कार्य करने वाली संस्था की उन्होंने सराहना की। कार्यक्रम में उपस्थित विशेष अतिथि समाजसेवी सुनील अग्रवाल ने 5 लाख रु. दान देने की घोषणा की। समाजसेवी सौरभ अग्रवाल ने कार्यक्रम को संबोधित किया।

इससे पहले राज्यपाल रमेन डेका ने संस्था द्वारा आयोजित दिव्यांग सम्मान समारोह में दिव्यांगजनों को उनकी विशेष उपलब्धियों के लिए सम्मानित किया, वहीं प्रशिक्षण पश्चात स्वरोजगार एवं विभिन्न संस्थाओं में कार्यरत दिव्यांगों को सम्मानित किया। इस दौरान उन्होंने संस्था के सेवाभावी लोगों को भी सम्मानित किया। उल्लेखनीय है कि अभिलाषा संस्था द्वारा दिव्यांगजनों के शिक्षण-प्रशिक्षण, रोजगार, खेलकूद सहित अन्य कार्यों से जोडऩे के लिए विशेष रूप से कार्य किया जा रहा है। संस्था द्वारा पांच दृष्टिबाधितों का ऑपरेशन किया गया है, जो अब इस दुनिया को अपनी आंखों से देखने लगे है, वहीं 65 पोलियोग्रस्त को प्रशिक्षित किया गया है। इसके अलावा 28 दिव्यांगजनों को सिलाई प्रशिक्षण, 9 दिव्यांगजनों बच्चों को कम्प्यूटर प्रशिक्षण, 7 बच्चों को ब्यूटी पार्लर प्रशिक्षण प्रदान किया गया है, जो इंदौर शहर में ब्यूटी पार्लर की स्थापना कर संचालन कर रही है और आर्थिक रूप से सशक्त हो रही है। साथ ही 32 दिव्यंागजन शिक्षा, स्वास्थ्य, श्रम सहित अन्य शासकीय विभागों में अपनी सेवा दे रहे हैं। स्वागत प्रतिवेदन संतोष कुमार बोद्दून ने दिया। कार्यक्रम का सफल एवं गरिमामय संचालन संस्था की सचिव सीए रुपम सोनछात्रा एवं आभार प्रदर्शन कोषाध्यक्ष नीरज बाजपेयी ने किया।

इस अवसर पर अभिलाषा संस्था के पदाधिकारी संतोष कुमार बोद्दून, गौतम पारख, महेश खंडेलवाल, संतोष खंडेलवाल, राजेश अग्रवाल एवं श्रीमती गीता राठौर, सूरज बुद्धदेव, आलोक बिंदल, जैनम बैद, मनोज गोलछा, सुदामा मोटवानी, श्रीमति ममता बोद्दुन, श्रीमति नियामत हुद्दा, सोनल बाजपेयी, श्रीमति नीना खंडेलवाल, गुंजन सोनछात्रा, वर्षा अग्रवाल, मोना अग्रवाल, जिला सहकारी केन्द्रीय बैंक मर्यादित के अध्यक्ष सचिन बघेल, खूबचंद पारख, समाजसेवीद्वय सुनील अग्रवाल, सौरभ अग्रवाल, संतोष अग्रवाल, रमेश पटेल, पवन पटेल, भरत वर्मा, राजेश श्यामकर, राधेश्याम गुप्ता, राजेन्द्र गोलछा, शिव वर्मा, अजीत जैन, प्राचार्य वंदना तुरहटे, कलेक्टर संजय अग्रवाल, पुलिस अधीक्षक मोहित गर्ग, जिला पंचायत सीईओ सुश्री सुरूचि सिंह, अपर कलेक्टर श्रीमती इंदिरा नवीन प्रताप सिंह तोमर, नगर निगम आयुक्त अतुल विश्वकर्मा, एसडीएम राजनांदगांव खेमलाल वर्मा, अन्य जनप्रतिनिधि, अभिलाषा संस्था के पदाधिकारी, कर्मचारी, विद्यार्थी सहित नागरिकगण उपस्थित थे।

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