लखनऊ. महाराजगंज की घटना और सड़क -खेतों में घूमती गायों की लगातार सामने आती तस्वीरों पर सीएम योगी आदित्यनाथ खफा हैं. इसे लेकर उन्होंने अधिकारियों के सामने सख्त नाराजगी जाहिर की है. इसकी एक बानगी शनिवार की देर रात लखनऊ में हुई समीक्षा बैठक में भी दिखी. बैठक में उन्होंने साफ निर्देश दिए कि अगर गौशालाके बाहर गाय सड़क या खेतों में दिखी तो इसके लिए डीएम और एसपी ही नहीं मंडलस्तर के अधिकारियों की जिम्मेदारी भी तय की जाएगी.
सीएम योगी ने याद दिलाई महाराजगंज की कार्रवाई
सीएम योगी ने बैठक में कहा कि गोवंश सडको और खेतों में घूम रहे हैं. सभी जिले के अधिकारी ये तय करें कि गाय गौशालाओं में ही रहे. सड़कों और खेतों में गोवंश बिल्कुल न जाएं, नहीं तो संबंधित जिले के जिला अधिकारी के खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी. महाराजगंज में सरकार ने कार्रवाई की है. उन्होंने कहा कि इसके लिए सिर्फ डीएम और एसपी ही जिम्मेदार नहीं होंगे, बल्कि संबंधित मंडल के कमिश्नर और आईजी-डीआईजी की भी जिम्मेदारी तय की जाएगी.
महाराजगंज में गायों की संख्या में ऐसे किया था हेरफेर
कागजों में गौशाला के अदंर 25 सौ गोवंशों की मौजूदगी दिखाई गई थी. लेकिन जब भौतिक सत्यापन किया गया तो मौके पर 954 ही मिले. बावजूद इसके खर्चे में कटौती नहीं की गई. वहीं, गौशाला की करीब 300 एकड़ जमीन किसानों व फर्मों को दे दी गई. इस पर शासन ने डीएम अमर नाथ उपाध्याय, एसडीएम निचलौल सत्यम मिश्रा, उप मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी डॉक्टर वीके मौर्य, मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी डॉक्टर राजीव उपाध्याय को निलंबित कर दिया गया था. साथ ही एफआईआर के भी आदेश दिए गए थे.