इस साल का सबसे बड़ा सूर्य ग्रहण 26 दिसंबर 2019 को है. यह सूर्य ग्रहण भारत के साथ ही एशिया, अफ्रीका, और आस्ट्रेलिया में भी देखा जा सकेगा. साल का अंतिम सूर्य ग्रहण खंडग्रास है. वहीं दक्षिण भारत में कंकणाकृति सूर्य ग्रहण रहेगा. सूर्य ग्रहण लगने से 12 घंटे पहले ही सूतक काल शुरू हो जाता है जो कि ग्रहण काल के समापन तक चलता है. साल का अंतिम सूर्य ग्रहण सुबह करीब 8.04 बजे से शुरू हो जाएगा. ग्रहण का समापन सुबह 10 बजकर 56 मिनट पर होगा. हिंदू धर्म की धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, सूतक काल में कोई भी शुभ काम नहीं करना चाहिए अन्यथा इसका दुष्परिणाम सहना पड़ता है. आइए आपको बताते हैं कि शास्त्रों के अनुसार सूर्य ग्रहण के समय क्या करना चाहिए और कौन से काम करने से बचना चाहिए.
सूर्य ग्रहण पर क्या करें
- सूर्य ग्रहण के सूतक काल से लेकर सूर्य ग्रहण के समाप्त होने तक मंत्रों का जाप करना चाहिए. आप इस समय किसी भी भगवान के मंत्रों का जाप कर सकते हैं.
- सूर्य ग्रहण का सूतक काल लगने से पहले ही अपने खाने पीने की वस्तुओं में तुलसी का पत्ता अवश्य डाल लें.
- यदि आपके बच्चे छोटे हैं तो उन्हें सूर्य ग्रहण के समय बिल्कुल भी अकेला न छोड़ें.
यदि आप गर्भवती हैं तो सूर्य ग्रहण के सूतक काल से ही घर के अंदर रहें. किसी भी प्रकार से सूर्य ग्रहण की छाया गर्भ पर न पड़ने दें.
यदि आपके घर में मंदिर है तो सूर्य ग्रहण का सूतक लगने पर उसके दरवाजे बंद कर दें या फिर उस पर परदा डाल दें.
सूर्य ग्रहण का सूतक काल समाप्त होने के बाद अपने पीने के पानी को अवश्य बदल दें.
सूर्य ग्रहण समाप्त होने के बाद स्नान अवश्य करें. स्नान कर साफ कपड़े पहनें.
सूर्य ग्रहण का सूतक लगने से पहले ही दान के लिए वस्तुएं निकाल लें और सूर्य ग्रहण समाप्त होने के बाद किसी जरूरतमंद को यह दान दे दें.
क्या न करें
- सूर्य ग्रहण के सूतक काल में किसी सुनसान जगह से बिल्कुल भी न गुजरें क्योंकि इस समय नकारात्मक शक्तियां अत्यंत प्रभावी हो जाती हैं.
- सूर्य ग्रहण के समय गर्भवती महिलाओं को खाना पकाने का कोई भी काम नहीं करना चाहिए और न हीं किसी भी प्रकार से सूईं धागे का प्रयोग करना चाहिए.
- सूर्य ग्रहण का सूतक काल प्रारंभ होने के बाद आपको भूलकर भी कुछ नहीं खाना चाहिए.
- सूर्य ग्रहण शुरू होने के बाद आपको सोना नहीं चाहिए. हालांकि यह नियम बच्चों, बीमार और वृद्ध लोगों के लिए मान्य नहीं है.
- सूर्य ग्रहण का सूतक काल प्रारंभ होने के बाद तुलसी के पत्तों को बिल्कुल भी न तोड़ें. यदि आपको तुलसी का प्रयोग करना हैं तो आप सूर्य ग्रहण के सूतक काल से पहले तुलसी के पत्तों को तोड़ सकते हैं.
- सूर्य ग्रहण के समय भगवान की मूर्तियों को स्पर्श न करें.
- सूर्य ग्रहण का सूतक काल लगने के बाद किसी भी प्रकार से मांस और शराब का प्रयोग न करें. इससे आपको कई प्रकार की परेशानियां हो सकती हैं.
- सूर्य ग्रहण को खाली आंखों से बिल्कुल भी न देखें क्योंकि ऐसा करने पर आपकी आंखें खराब हो सकती हैं.
- सूर्य ग्रहण का सूतक लगने पर किसी भी शुभ काम को प्रारंभ न करें. आपको इसके शुभ परिणाम प्राप्त नहीं होंगे.