नई दिल्ली. बाबा रामदेव (Baba Ramdev) के लिए बड़ी खुशखबरी, दिवालिया घोषित न्यूट्रीला मेकर रुचि सोया (Ruchi Soya) को खरीद लिया. रुचि सोया कंपनी अब बाबा रामदेव की कंपनी पतंजलि की हो गई है. रामदेव की पतंजलि आयुर्वेद (Patanjali Ayurved) ने बुधवार को 4,350 करोड़ रुपए में खरीद लिया है. बता दें कि पतंजलि आयुर्वेद का यह पहला बड़ा अधिग्रहण है. पतंजलि ने रुचि सोया का अधिग्रहण इंसाल्वेंसी प्रक्रिया का तहत किया.
2019 में अधिग्रहण करने का अप्रूवल हासिल किया था पतंजलि ने
पतंजलि के प्रवक्ता एस के तिजारावाला का कहना है कि रुचि सोया के अधिग्रहण से जुड़ी सारी प्रक्रियाओं को पूरा कर लिया गया है और साथ में सभी राशि भी जमा कर दी है. एस के तिजारावाला के मुताबिक, रुचि सोया के अधिग्रहण के बाद रामदेव ने 125 करोड़ देशवासियों के सहयोग व समर्थन के लिए धन्यवाद दिया है.
दिसंबर 2017 में नेशनल लॉ ट्रिब्यून (एनसीएलटी) ने इनसॉल्वेंसी प्रक्रिया के तहत रुचि सोया नीलामी का आदेश दिया था. साल 2019 में पतंजलि आयुर्वेद ने रुचि सोया को अधिग्रहण करने का अप्रूवल हासिल किया था. हालांकि एनसीएलटी ने पतंजलि की ओर से जमा कराए गए 600 करोड़ रुपए के स्रोत के बारे में सही जानकारी न मिलने पर अधिग्रहण के फैसले को सुरक्षित रख लिया था.
था बकाया रुचि सोया पर बैंकों का 9,345 करोड़ रुपए
खाद्य तेल कंपनी रुचि सोया पर बैंकों का 9,345 करोड़ रुपए का बकाया था. इसमें से भारतीय स्टेट बैंक के नेतृत्व वाले बैंकों के समूह का कुल 9,345 करोड़ रुपए बकाया था. साथ ही एसबीआई का 1800 करोड़ रुपए, सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया का 816 करोड़, पंजाब नेशनल बैंक का 743 करोड़ और स्टैंडर्ड चार्टर्ड बैंक का 608 करोड़ रुपए बकाया था. वहीं डीबीएस का 243 करोड़ रुपए का बकाया था