डॉक्टर एवं पैरामेडिकल स्टॉफ की सेवा, निष्ठा एवं समर्पण अमूल्य
राजनांदगांव 31 मार्च 2020। पर्सनल प्रोटेक्टिव इक्विपमेंट कोरोना वायरस से प्रभावित मरीज के इलाज के दौरान डॉक्टर की सुरक्षा के लिए मददगार बनेगा। विश्वभर में कोरोना वायरस कोविड-19 से प्रभावित मरीजों के लिए इलाज एवं सेवा के दौरान डॉक्टर एवं पैरामेडिकल स्टॉफ ने कर्तव्य निष्ठा का परिचय देते हुए सेवा की है। ऐसी विकट परिस्थितियों में डॉक्टर और उनकी टीम दिन रात कोरोना वायरस से प्रभावित मरीजों के बीच रहते हैं, ऐसे में पर्सनल प्रोटेक्टिव इक्विपमेंट उनके लिए एक कवच की तरह कार्य करेगा जिससे वे कोरोना वायरस संक्रमण के दुष्प्रभाव से दूर रहेंगे।
हमारे देश में कोरोना वायरस के मरीजों की संख्या को देखते हुए चिकित्सकों ने आगे बढ़कर अपना दायित्व निभाया है। चिकित्सा सेवा से जुड़े डॉक्टर, नर्स एवं स्टॉफ में जिस निष्ठा एवं समर्पण से कार्य किया वह अमूल्य है। छत्तीसगढ़ में कोरोना वायरस मरीजों की संख्या 7 हो गई है। छत्तीसगढ़ शासन ने प्रदेश में लॉकडाउन किया है, जिससे संक्रमण की स्थिति काफी हद तक नियंत्रित है। राजनांदगांव जिले में कोरोना वायरस से प्रभावित मरीजों की सेवा एवं उपचार में डॉक्टर एवं उनकी टीम 24 घंटे 7-7 दिन की शिफ्ट में लगातार लगी हुई है। जिले में विदेश भ्रमण से आने वाले एवं कोरोना पॉजिटिव के संपर्क में आने वाले कुल 129 लोगों आईसोलेट किया गया है। सभी लगातार मेडिकल चेकअप भी किया जा रहा है। वर्तमान में सभी स्वस्थ है। सभी आईसोलेट किए गए घरों के बाहर स्टीकर भी लगाया गया है। साथ ही होम आईसोलेट घर से बाहर घुमते कोई भी नजर आए तो घर में तालाबंदी कर चाबी संबंधित क्षेत्र के थानों में जमा कर दी जाएगी। जिले में 200 आईसोलेशन बेड है इसके साथ ही 21 वेन्टीलेटर है, कुल आईसीयू बेड 45, वर्तमान 20 आईसीयू बेड, 39 डीफेब्रीलेटर, 78 सिरिंज पंप, 100 हाई फ्लो मास्क, कोविड-19 ओपीडी में चार डॉक्टर, एक टेक्नीशियन की ड्यूटी, 120 बेड के आईसोलेशन वार्ड में 6 डॉक्टर, 3 कन्सलटेन्ट, आईसीयू में 6 डॉक्टर, दो नर्स की ड्यूटी लगी हुई है और लोगों के स्वास्थ्य की जांच डॉक्टर की टीम निरंतर कर रही है। ऐसे में पर्सनल प्रोटेक्टिव इक्विपमेंट किट उनके लिए रक्षक की तरह कार्य करेगा।
उषा किरण बड़वाईक
उपसंचालक
जिला जनसंपर्क राजनांदगांव