राजनांदगांव(दावा)। पूर्व मुख्यमंत्री एवं वर्तमान विधायक डॉ. रमन सिंह राजधानी रायपुर में रहकर राजनांदगांव में कोरोना वायरस और लॉक डाऊन की स्थिति पर नजर रखे हुए हैं, इस बात की पुष्टि उस वक्त हुई, जब दैनिक दावा में गत 29 मार्च को छपी खबर प्रेरणा: प्रोफेसर की पत्नी ने मास्क बनाकर कालोनी में बांटना शुरू किया को पढक़र डॉ. सिंह ने दिग्विजय कॉलेज के प्रो. शंकर मुनि राय की धर्मपत्नी श्रीमती चंद्रा राय से फोन पर बात कर उनके कार्यों की सराहना कर हौसला अफजाई की।
ज्ञात हो कि श्रीमती राय वर्ष 2016 में पैर में फैक्चर होने के बाद अस्वस्थ्य चल रही हैं, किंतु कोरोनासंकट के दौरान जब उन्हें पता चला कि लोगों के लिए मास्क की कमी पड़ रही है तो वह स्वयं मास्क बनाने में जुट गई और स्वयं उन्होंने कालोनी में घूम-घूम कर इसका वितरण भी किया। इस आशय का समाचार दैनिक दावा ने अपने 29 मार्च के अंक में सविस्तार प्रकाशित किया था। दैनिक दावा को डॉ. रमन सिंह ने राजधानी में रहकर पढ़ा तो उनसे रहा नहीं गया और उन्होंने सुबह-सुबह शहर की पूर्व महापौर श्रीमती शोभा सोनी को फोन किया और प्रोफेसर शंकर मुनि राय की धर्मपत्नी से बात करने के लिए मोबाइल नंबर मांगा। शोभा सोनी के पास श्रीमती राय का नंबर नहीं था तो वह उनके निवास गई और उनसे डॉक्टर रमन सिंह की बात करवाई।
डॉक्टर सिंह ने फोन पर श्रीमती राय का उत्साहवर्धन किया और हौसला बढ़ाया। उन्होंने श्रीमती राय के इस पुनीत कार्य के लिए बधाई व शुभकामनाएं दी। इसी तरह डॉक्टर सिंह अपने कार्यकर्ताओं से लगातार फोन पर संपर्क कर आवश्यक दिशा निर्देश एवं गरीब वंचित लोगों के लिए राहत सामग्री मास्क वितरण एवं जन जागरण के माध्यम से शासन के दिशा निर्देशों के अनुरूप सहयोग देने के लिए लगातार आव्हान कर रहे हैं। वे लगातार जिलाध्यक्ष मधुसूदन यादव, वरिष्ठ भाजपा नेताओं लीलाराम भोजवानी, खूबचंद पारख, अशोक शर्मा, संतोष अग्रवाल, दिनेश गांधी, रजिन्दरपाल भाटिया, सचिन बघेल, रमेश पटेल, शोभा सोनी, कोमल सिंह राजपूत, आलोक श्रोती, तरुण लहरवानी, अतुल रायजादा, कैलाश शर्मा, सौरभ कोठारी इत्यादि से चर्चा कर उन्हें भी इस संकट की घड़ी में आगे आने का आह्वान कर रहे हैं। डॉक्टर सिंह ने शहर के कई सामाजिक संगठनों से भी फोन पर चर्चा कर उन्हें कोरोना राहत कोष में सहयोग करने के लिए प्रोत्साहित किया। विदित हो कि जिला राहत आपदा कोष में डॉ. रमन सिंह ने गत दिनों 10 लाख रुपए विधायक निधि से देने की सहमति भी दी थी एवं अपने एक माह का मानधन भी प्रधानमंत्री राहत कोष में देने की घोषणा की थी।