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आंध्रप्रदेश और राजस्थान में फंसे जिले के कई विद्यार्थी

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पालकों की चिंता बढ़ी, प्रशासन से मदद की गुहार
राजनांदगांव(दावा)। जिले के विभिन्न स्थानों से पढ़ाई के सिलसिले में अन्य प्रांतों आंध्रप्रदेश और राजस्थान गए बच्चों के लॉक डाऊन में फंसने के कारण पालाकों की चिंता बढ़ गई है। पालकों ने शासन-प्रशासन से अपने बच्चों की सकुशल वापसी कराने की मांग की है।
सूत्रों से प्रापत जानकारी के अनुसार नवोदय स्कूल डोंगरगढ़ के 24 बच्चे आन्ध्रप्रदेश में फंसे हुए हैं। डोंगरगढ़ नवोदय विद्यालय के 24 छात्र-छात्राएं माइग्रेशन हेतु ओंगोल आंध्रप्रदेश नवोदय विद्यालय गए हुए थे, जो लॉक डाऊन के चलते वहां फंसे हुए हैं। इनकी वापसी के लिए पालकगण गुहार रहे हैं। सभी 9वीं क्लास के हैं। कुछ पालकों ने बताया कि नवोदय डोंगरगढ़ में पढऩे वाले बच्चे जिले के विभिन्न विकासखंडों के रहने वाले हैं। संकट की इस घड़ी में अपने बच्चों के दूर रहने से उनकी चिंता बढ़ गई है। पालकों ने कलेक्टर, विधायक सहित प्रदेश सरकार से अपने बच्चों की सकुशल वापसी कराने की गुहार लगाई है।
इधर खैरागढ़ सहित इलाके के दर्जन भर छात्रों के राजस्थान के कोटा में फंसे होने की खबर है। कोटा में कोरोना वायरस के पाजीटिव मरीजों की संख्या में बढ़ोत्तरी के बाद पालकों की चिंता बढ़ गई है। अंतर्राज्यीय सीमा सील किए जाने के बाद पालक अपने बच्चों को लाने के लिए प्रशासन के साथ संपर्क साध चुके हैं, लेकिन अब तक निराशा हाथ लगी है। छात्र भी कोटा से पालकों से लगातार संपर्क में है और किसी तरह वहां से घर वापस आने गुंजाइश बनाने जुटे हैं। सूत्रों के अनुसार खैरागढ़ के सक्षम डड़सेना, सिद्धांत डड़सेना, प्रकृति सिंह, माही वर्मा, सृष्टि जैन, डाली आहूजा सहित ब्लाक के राहुद और कामठा गांव के तीन से अधिक छात्र-छात्राएं कोटा में शिक्षारत हंै।
पालकों ने बताया कि कोटा गए छात्रों से मोबाइल पर रोजाना बात कर वहां की व्यवस्था संबंधी जानकारी ली जा रही है। छात्र-छात्राएं जिस-जिस हास्टल सहित पीजी में रह रहे हैं, उनके प्रबंधकों और संचालकों से भी बात कर बच्चों का ध्यान रखने कहा जा रहा है। बच्चे भी भयावह स्थिति से सहमें हैं। ऐसे में उन्हें रोजाना व्यवस्था बनाने को लेकर ढांढस बंधाया जा रहा है।

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