भर्रीटोला की सभा में बिना मास्क के पहुंचे थे ग्रामीण
राजनांदगांव (दावा)। कोरोना वायरस के संक्रमण के मद्देनजर लॉक डाऊन के चलते शासन-प्रशासन द्वारा सोशल डिस्टेंसिंग का पालन कराने लोगों को आगाह करने के साथ ही चेताया भी जा रहा है, किंतु कोई निर्वाचित जनप्रतिनिधि ही इसका उल्लंघन करने लगे तो इसे क्या कहा जाए? मामला मोहला-मानपुर के कांग्रेस विधायक इंदरशाह मंडावी से जुड़ा है, जिनके द्वारा सोशल डिस्टेंसिंग का खुलेआम उल्लंघन किया गया। इस मामले को लेकर लोगों में कई तरह की चर्चा होने के साथ ही उनके इस कृत्य को लेकर आक्रोश भी देखा जा रहा है। वहीं सांसद संतोष पांडे ने तो विधायक श्री मंडावी सहित जो भी दोषी हैं, उनके खिलाफ कड़ी कार्यवाही की मांग कर डाली है।
सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार गुरूवार को मानपुर क्षेत्र के ग्राम भर्रीटोला में जनपद पंचायत के माध्यम से जनजागरण शिविर का आयोजन किया गया था। शिविर के माध्यम से गांव में कोरोना वायरस को लेकर वालिंटियर तैयार किया जाना था। इस बारे में गांव में लोगों के बीच चर्चा हो रही थी, जहां विधायक इंदरशाह मंडावी जनजागरण सभा को संबोधित कर रहे थे, किंतु इस दौरान उन्होंने सोशल डिस्टेंसिंग को पूरी तरह दरकिनार कर दिया। विधायक जैसे जागरूक शख्स के द्वारा नियमों का खुला उल्लंघन किया जाना लोगों को नागवार गुजरा।
सूत्रों के अनुसार जनजागरण शिविर के लिए जनपद के अधिकारियों के द्वारा ही भीड़ जुटाई गई थी। जैसे ही विधायक श्री मंडावी वहां पहुंचे, अधिकारियों ने उनका स्वागत किया और मंच उन्हें सौंप दिया गया और वे भाषण देने लगे। किंतु दिलचस्प बात यह रही कि सभा में मौजूद किसी भी व्यक्ति ने मास्क नहीं पहना था। साथ ही सोशल डिस्टेंस का भी पालन नहीं कराया गया।
सांसद पांडे ने कहा-दोषियों पर कार्यवाही हो
इस मामले की खबर लगते ही सांसद संतोष पांडे ने भी आक्रामक रूख अख्तियार करते हुए गुरूवार को एक वीडियो मेसेज जारी कर विधायक श्री मंडावी सहित दोषी अधिकारियों पर एफआईआर दर्ज कर कड़ी कार्यवाही की मांग कर डाली। श्री पांडे ने कहा कि पूरा देश इस समय कोरोना के संकट से जूझ रहा है। शासन-प्रशासन लोगों को इससे बचने के लिए तमाम प्रयास करने में जुटा है। कोरोना के कारण कई लोगों की अकाल मौतें हो रही है। ऐसे दौर में एक जिम्मेदार निर्वाचित जनप्रतिनिधि द्वारा नियमों का खुलेआम उल्लंघन किया जाना अक्षम्य है।
नेताओं के दौरे से बिगड़ रही व्यवस्था
लॉकडाउन के दौरान जिले में चल रहे राहत शिविरों में राजनेताओं की आवाजाही को लेकर कलेक्टर जेपी मौर्य ने राज्य सरकार को पत्र भेजकर रोक लगाने की मांग की है। राहत शिविरों में राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों की बढ़ती आवाजाही के चलते लॉकडाउन के नियम और शर्त का पालन नहीं हो रहा है। श्री मौर्य ने कहा कि शासन को पत्र भेजकर जनप्रतिनिधियों की शिविरों में प्रवेश पर रोक लगाने की मांग की गई है। राहत शिविरों में जायजा लेने नेता लाव-लश्कर के साथ पहुंच रहे हैं, जिसके चलते सोशल डिस्टेंसिंग का पालन नहीं हो रहा है। कलेक्टर ने पत्र ऐसे समय में लिखा है जब कांग्रेस विधायक और अन्य नेता जागरूक अभियान की आड़ में सभाएं भी कर रहे हैं। ऐसा ही एक मामला मोहला-मानपुर विधायक इंद्रशाह मंडावी का भी सामने आया है। गत दिवस उन्होंने धुर नक्सल प्रभावित इलाके में ताबड़तोड़ जागरूक कार्यक्रम का आयोजन किया।