सुबह 7 से 12 बजे लापरवाही पर व्यथित हुए सांसद
राजनांदगांव(दावा)। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, शासन प्रशासन के लाख मिन्नतों, समझाइश के बावजूद अति आवश्यक सामग्रियों के क्रय की आड़ में सोशल डिस्टेंसिग की उड़ रही धज्जियों पर सांसद संतोष पाण्डेय अत्यंत व्यथित होकर उक्त उद्गार व्यक्त किए है। सांसद ने सब्जी, दूध, दवाई आदि महत्वपूर्ण सामग्रियों की खरीदी के लिए सुबह 7 से 12 बजे तक दी गई राहत का गलत ढंग से उपयोग कर भीड़ इकठ्ठा होने, नजारा देखने, अनावश्यक रूप से घुमने पर दु:ख व्यक्त किया है। कोरोना वायरस के चैन को तोडऩे का एक मात्र रास्ता घर पर रहना ही है की लाख समझाइश के बावजूद ऐसा करना गलत है। सोशल डिस्टेंसिग का पालन नहीं करने से राष्ट्र कितना पिछड़ेगा इसकी कल्पना अभी लोग नहीं कर पा रहे हैं, लेकिन ऐसा ही चलता रहा तो इसके भीषण परिणाम की कल्पना भी नहीं कर सकते है। उन्होंने सरल भाषा में नागरिकों से आव्हान किया है कि ऐसा नहीं है की यह वायरस सुबह 7 से 12 निष्क्रिय रह कर दोपहर 12 बजे के बाद सक्रिय होता है, यह हमेशा सक्रिय है। अत: हमारी छोटी सी भूल और लापरवाही हमें महंगी पड़ सकती है ढ्ढ अभी तक राजनांदगांव और कबीरधाम में सतर्कता और कुछ हद तक भाग्य से हम सुरक्षित है, किन्तु हमें ध्यान रहे कि दी जा रही छुट हमे सुविधा है, अधिकार नहीं। अत: मैं प्रबुद्ध नागरिकों से प्रार्थना करता हूँ कि घर पर रहे सुबह 7 से 12 की छूट में भी लगे की जनता कफ्र्यू है। किसी भी हालत में प्रशासन को सख्ती न करना पड़े।