राजनांदगांव(दावा)। इस मामले में कलेक्टर द्वारा स्पष्ट किया गया है कि सडक़ चिरचारी के राहत शिविर में रह रहे लोगों को छत्तीसगढ़ के ऐसे जिले, जो सेफ जोन हैं, उन्हें वहां ले जाया गया है, जिससे यदि दूसरे राज्य के लोग छत्तीसगढ़ में प्रवेश करें तो उन्हें बॉर्डर के पास ही रखा जा सके। सडक़ चिरचारी पर जो लोग राहत शिविर में थे, वह क्वारेंटाइन का पूर्ण पालन किए हैं और उनमें कोरोना वायरस के सिम्टम्स नहीं मिला है। फिर भी उन्हें दूसरे राज्यों में नहीं भेजा जा रहा है। अभी 19 दिन का लॉक डाउन फिर से एक बार कर दिया गया है, जिसके चलते उन्हें राजनांदगांव से छत्तीसगढ़ के दूसरे जिले, जो सेफ जोन हैं, वहां शिफ्ट किया जा रहा है और उन्हें वहां सडक़ चिरचारी जैसी सुविधा उपलब्ध कराई जाएगी। इस केम्प में बिहार, झारखंड, मध्यप्रदेश के विभिन्न प्रांतों के लोग रह रहे हैं, जिसको जिला प्रशसन के द्वारा सभी मूलभूत सुविधा उपलब्ध करवाई गई है।