राजनांदगांव(दावा)।लाक डाऊन में सर्वाधिक परेशानी ऐसे लोगों को भी हो रही है, जिन्हें नशा पान की आदत है या उस लत के शिकार हैं। सामान्य दिनों में दो-तीन, पांच रूपए में मिलने वाले जर्दा गुटखा पाऊच के कारोबारी भी इस संकट काल में फायदा उठाने से नहीं चूक रहे हैं। दो से तीन रूपए में मिलने वाला जर्दा गुटखा पाऊच को अब दस रूपए के तीन के भाव से बेचा जा रहा है। इसके लिए पहले से महंगे दाम पर बिकने वाले जर्दा गुटखा पाऊच का दाम सीधा दोगुना हो गया है। चूंकि गुटखा पाऊच खाने के शौकीन हैं अथवा उसके आदी हो चुके लोगों को अपने मुंह का शौक पूरा करने के लिए जेबें ढीली करनी पड़ रही है। इस बारे में पान मसाला बेचने वालों का कहना है कि बाहर से माल नहीं आने के कारण अधिक दाम पर बेचना उनकी मजबूरी है। यही हाल गुड़ाखू मंजन करने वालों का भी है। शहर की अधिकांश किराना दुकानों में इन दिनों गुड़ाखू का संकट पैदा हो गया है। वहीं जिन दुकानों में उपलब्ध है भी तो उसके दाम दोगुने हो चुके हैं। महज पांच रूपए में बिकने वाला गुड़ाखू अब दस से बारह रूपए में बिक रहा है। हैरत की बात है कि प्रशासन द्वारा इस ओर कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा है। प्रशासन को ऐसा रास्ता निकालना चाहिए। जिससे रोजमर्रा की चीजें जैसे किराना और सब्जी लोगों को कम दाम में और आसानी से मिल सके।