कैट के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष ने व्यापारियों की शंकाओं का किया समाधान
कवर्धा (दावा)। भारत का सबसे बड़ा व्यापारिक संगठन कैट कंफ्डरेशन ऑफ इंडिया ट्रेडर्स के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष और प्रदेश समिति ने कवर्धा के व्यापारियों की वीडियो काफ्रेंसिंग के द्वारा बैठक ली। बैठक प्रभारी एजेंसी एसोसिएशन के अध्यक्ष एवं कैट के कार्यवाहक आकाश आहूजा ने सभी का अभिवादन एवं परिचय से बैठक की शुरुआत की। बैठक को संबोधित करते हुए कैट के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष अमर परवानी ने लॉक डाउन पर व्यापारियों की सकारात्मक भूमिका, लॉकडाउन के दौरान आई परेशानियों को दूर करने के लिए कैट की भूमिका और लॉकडाउन समय और लॉक डाउन के बाद व्यापारियों को ध्यान में रखने वाले विषयों से अवगत कराया। उन्होंने कवर्धा के व्यापारियों के प्रश्नों और शंकाओ का समाधान भी किया। उन्होंने लॉक डाउन में आ रही व्यापारियों की परेशानियों को लेकर कैट के द्वारा केंद्र और राज्य सरकार से की गई मांगों को भी विस्तार से बताया। जिसमें कर्मचारियों की सैलरी, बैंक का ब्याज, दुकान मकान का किराया ऐसे कई आर्थिक मुद्दों को राष्ट्रीय स्तर पर उठाया गया है। आकाश आहूजा ने कहा कि किसी भी अफवाहों और अन्य जिले या राज्य के आदेश, यहां तक कि केंद्र के आदेश को अपने जिले में मानकर कोई भी कदम ना उठाएं। जब तक कि जिला प्रशासन के द्वारा अधिकृत आदेश जारी ना हो जाए। क्योंकि प्रत्येक जिले की स्थितिए परिस्थिति को देखकर ही शासन.प्रशासन द्वारा कदम उठाए जा रहे हैं। मीटिंग में कवर्धा के व्यापारी सलीम हिंगोरा, सुरजीत सिंह दारा, रत्नेश लुनिया, कमल आहूजा, नयन जैन, प्रभु राजपुरोहित, निर्मोल्क बग्गा सहित कई व्यापारियों ने भी अपनी बात रखी। बैठक को कैट के प्रदेश महामंत्री जितेंद्र दोषी, प्रदेश कार्यकारी अध्यक्ष विक्रम सिंहदेव और प्रदेश आईटी और मीटिंग के होस्ट संजय चौबे ने भी संबोधित किया। उन्होंने कवर्धा के सभी संघो को एकजुट रहने और मिलकर व्यापारी हित में कार्य करने को कहा और और अपनी समस्याओं, सुझावों को ऊपर स्तर तक ले जाने के लिए कैट से सभी छोटे बड़े व्यापारी को जोडऩे की अपील की। बैठक का संचालन आकाश आहूजा व आभार प्रर्दशन प्रदेश महामंत्री जितेंद्र दोषी ने किया। बैठक में कवर्धा के सभी ट्रेड, सायकल संघ, कपड़ा व्यापारी संघ, बर्तन संघ, इलेक्ट्रॉनिक संघ, मोबाइल यूनियन, एजेंसी एसोसिएशन, जनरल व्यापारी संघ, आईटी यूनियन, हार्डवेयर संघ, आरा मिल संघ, स्टेशनरी संघ, जूता व्यापारी संघ, समेत सभी ट्रेड के प्रमुखों ने हिस्सा लिया।