Home छत्तीसगढ़ ग्रामीणों को रोजगार देने की बजाय जेसीबी से तालाब की खुदाई

ग्रामीणों को रोजगार देने की बजाय जेसीबी से तालाब की खुदाई

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बोईरडीह पंचायत में सरपंच की संलिप्तता उजागर
छुरिया (दावा)। ब्लाक मुख्यालय से महज चार किलोमीटर दूर ग्राम पंचायत बोईरडीह के आश्रित ग्राम तेन्दूटोला में मनरेगा के तहत चल रहे तालाब गहरीकरण कार्य में ग्रामीणों को रोजगार देने की बजाय जेसीबी से तालाब की खुदाई कराई जा रही थी। इस गहरीकरण कार्य में सरपंच की संलिप्तता उजागर हुई है और इसका विडियो वायरल होने पर जनपद सीईओ ने जांच का आदेश दिया है।
जानकारी के अनुसार ग्राम पंचायत बोईरडीह के आश्रित ग्राम तेन्दूटोला में मनरेगा के तहत पुराना तालाब गहरीकरण कार्य के लिए 5.24 लाख रूपये की प्रशासकीय स्वीकृति मिली थी। मनरेगा योजनांतर्गत यह कार्य मजदूरों से कराया जाना था, ताकि उन्हें अधिक से अधिक रोजगार उपलब्ध हो सके। किन्तु इस कार्य में सरपंच, सचिव, तकनीकी सहायक एवं रोजगार सहायक की मिलीभगत से जेसीबी का उपयोग करते हुए तालाब गहरीकरण कार्य की खुदाई कराई जा रही थी, जिसका विडियो वायरल होते ही जनपद पंचायत सीईओ नारायण बंजारे ने मामले को संज्ञान में लेते हुए टीम गठित कर जांच के आदेश दिए हैं। इधर लॉकडाऊन के चलते ग्रामीणों को रोजगार के लिए मशक्कत करनी पड़ रही है और मनरेगा कार्य प्रारंभ होने से ग्रामीणों में रोजगार की आस बंधी थी, लेकिन जेसीबी से गहरीकरण कराए जाने से ग्रामीणों में आक्रोश व्याप्त है। और ग्रामीणों ने शासन प्रशासन से इस मामले की जांच कर दोषियों पर कार्यवाही करने की मांग की है।

जेसीबी के उपयोग पर गहराया संदेह

तालाब गहरीकरण कार्य में जेसीबी का उपयोग किए जाने की शिकायत पर जब स्थल का जायजा लिया गया और ग्रामीणों से चर्चा के दौरान जानकारी चाही गई तो ग्रामीण कुछ भी कहने से बचते रहे । जबकि कार्य स्थल पर जेसीबी से खुदाई पायी गई और मिट्टी का ढेर स्पष्ट नजर आया ।

सीईओ ने मनरेगा का काम बंद कराया

तेन्दूटोला में मनरेगा के तहत तालाब गहरीकरण कार्य में जेसीबी का धड़ल्ले से उपयोग किए जाने की शिकायत मिलने पर जनपद सीईओ ने जांच रिपोर्ट आने तक मनरेगा कार्य बंद कराया है ।

जानकारी मिलते ही मनरेगा का काम रोक दिया गया है और जांच का आदेश दिया गया है।
-नारायण बंजारे,
सीईओ छुरिया

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