० मानपुर के तोलुम से की जा रही है सप्लाई, रायल्टी पर्ची के नाम पर माफिया थमा रहे हैं टोकन
तोलुम के स्थान पर पानाबरस व बेमेतरा की पर्ची
डोंगरगांव (दावा)। क्षेत्र में इन दिनों पंद्रह सौ रूपये की रेत के लिए लोगों को पांच हजार से अधिक की राशि चुकाना पड़ रहा है. क्षेत्र कीखदानें जहाँ लीज नहीं होने के कारण रेत की उपलब्धता स्थानीय स्तर पर आसानी से उपलब्ध नहीं है. नतीजा यह है कि क्षेत्र के व्यवसायियों व ट्रांसपोर्टरों को इन दिनों मानपुर के पानाबरस व तोलुम पर निर्भर होना पड़ रहा है. स्थिति यह है कि एक माजदा रेत भराई व रायल्टी के लिए वहाँ मौजूद ठेकेदार के लठैत 300 रूपये से लेकर 1500 रूपये तक का चार्ज वसूल कर रहे हैं. नतीजा यह है कि यहाँ जरूरतमंदों को जो रेत 1500 रूपये में उपलब्ध होती थी उसके लिए उन्हें तीगुना से अधिक दाम चुकाना पड़ रहा है. इससे ग्राहकों पर अतिरिक्त भार पड़ रहा है. ज्ञात हो कि लॉकडाऊन के चलते बीते माह भर से निर्माण कार्य बंदप्राय: थे. वहीं अब प्रारंभ होने के बाद रेत का संकट व महंगे दाम फिर इस निर्माण कार्याे पर ग्रहण लगा सकते हैं.
रायल्टी पर्ची के नाम पर टोकन
स्थिति यह है कि एक ओर जहाँ ठेकेदार मोटी रकम की अवैध वसूली कर रहे हैं. वहीं पर्ची के नाम पर टोकन देकर गाडिय़ों को रवाना किया जा रहा है. ट्रांसपोर्टंरों ने बताया कि बीते माह भर से व्यापार ठप्प है और मजबूरी में रेत के लिए तोलूम आना पड़ रहा है. जहाँ ठेकेदार रायल्टी पर्ची सहित रैम्प व सडक़ के नाम पर दो से पांच हजार की वसूली कर रहे हैं. व्यापारियों ने बताया कि वर्तमान में तोलूम रेत खदान से रेत की निकासी हो रही है परन्तु ठेकेदार पानाबरस व अन्य जिलों की रायल्टी पर्ची थमा रहे हैं. ज्ञात हो कि बीते गुरूवार को मानपुर में महाराष्ट्र की तीन हाईवा को ग्रामीणों व पंचायत प्रतिनिधियों ने उस समय पकड़ा जब तोलूम रेत खदान से रेत भरकर बेमेतरा जिले की रायल्टी पर्ची के आधार पर बार्डर क्रॉस करने के फिराक में थे. वर्तमान में उक्त तीनों हाईवा मानपुर थाने में खड़ी है. इस संदर्भ में कार्यवाही करने वाले मानपुर नायब तहसीलदार व टीआई मानपुर ने कुछ भी कहने से बचते रहे. इधर विभाग के खनिज निरीक्षक श्री साहू ने बताया कि लॉकडाऊन के पहले तोलूम व पानाबरस के पहले निरीक्षण में गए थे और वर्तमान में इसकी जानकारी नहीं है.