आपराधिक घटनाएं बढ़ी, नशे में दुर्घटना के शिकार हो रहे लोग
राजनांदगांव (दावा)। लॉक डाऊन के दौरान 45 दिनों तक जिले भर में शराब की दुकानें बंद भी। इस दौरान जिले भर में सडक़ दुर्घटना और मारपीट सहित अन्य अपराधों के ग्राफ में काफी कमी आई थी। शराब की दुकानेें सोमवार से फिर शुरु हुई। शराब दुकानों के खुलने के बाद से जिले भर में सडक़ दुर्घटना, मारपीट सहित अन्य अपराध बढऩे लगा है। रोजना मारपीट व सडक़ दुर्घटना का मामला सामने आ रहा है। 45 दिनों के लॉक डाऊन के दौरान केन्द्र व राज्य शासन द्वारा जरुरी सेवाओं और दैनिक दिनचर्या के सामानों के दुकानों को खुले रखने और अन्य दुकानों व सेवाओं को बंद रखने का निर्णय लिया था। 45 दिन के बाद 5 मई से सरकार ने कुछ दुकानों को खोलने व अन्य सुविधा देने की छूट दी। इसमें 5 मई से शराब की दुकानें भी खोली गई। शराब दुकान खुलने के बाद अपराध लगातार बढ़ रहा है। आधा दर्जन से अधिक थानों में मारपीट की शिकायत पांच मई सोमवार को शराब दुकान खुलने के बाद से जिले के धा दर्जन से अधिक थानों में मारपीट, गाली ग्लौज सहित अन्य अपराध दर्ज हुआ है। इसमें घुमका थाना, गरगांव थाना, चिल्हाटी थाना, गातापार थाना, सोमनी थाना, बंसतपुर थाना, सुरगी थाना, लालबाग ना, बाघनदी थाना सहित अन्य थानों में पिछले तीन चार दिनों में मारपीट गाली ग्लौज के मामले दर्ज हुए। दो दिन पहले नेसनल हाइवे में ठाकुरटोला के पास नशे में धुत सेवा राम नाम का व्यक्ति बाइक से रेलिंग में टकरा गया था। घटना में उसकी मौत हो गई थी। वहीं फग्गूराम टीमर नाम का व्यक्ति नशे में घुच हो कर पड़ा हुआ था। उसे इलाज के लिए मेडिकल कॉलेज अस्पताल में भर्ती कराया गया था। इसके अलावा कुछ और जगहों से भी नशे के हालत में दुर्घटना की जानकारी सामने आई है।
पंचायत सचिव बेहोश होकर जनपद में पड़ा रहा
राजनांदगांव (दावा)। ग्राम पंचायत कलडबरी के पंचायत सचिव हरिदास सहारे जिन्होंने अत्यधिक शराब सेवन कर जनपद पंचायत कार्यालय राजनांदगांव पहुंचे थे। प्रत्यक्षदर्शियों से मिली जानकारी के अनुसार पंचायत सचिव हरिदास सहारे जो कि ग्राम पंचायत कलडबरी का सचिव है। अधिक शराब सेवन के कारण वह बेहोश होकर जनपद पंचायत कार्यालय राजनांदगांव के बरामदे पर एक घंटे तक पड़ा रहा। जनपद पंचायत सीईओ द्वारा 108 बुलाकर उन्हें जिला चिकित्सालय में भर्ती कराया गया। ग्राम पंचायत कलडबरी के सरपंच चंद्रशेखर यदु का कहना है कि पंचायत सचिव द्वारा पिछले 5 साल उनका यही रवैया रहा है जिसके कारण उन्हें पंचायत के वित्तीय प्रभार से बेदखल रखा गया है। जनपद सीईओ से सरपंच चंद्रशेखर यदु ने एवं ग्रामीणों ने मांग की है कि वहां से सचिव को हटाया जाए एवं स्थाई सचिव नियुक्त किया जाए। ताकि पंचायत के कार्यों में आने वाली बाधाओं से मुक्ति मिल सके।
जनपद पंचायत सीईओ गोपाल प्रसाद कंवर का कहना है कि पंचायत सचिव हरिदास सहारे जनपद कार्यालय तो आया था लेकिन पता नहीं किस वजह से वह बेहोश पड़ा था जिन्हें 108 बुलाकर ले जाया गया।