० भाजपा पार्षदों ने घोटाले का आरोप लगाकर किया हंगामा
० प्रदर्शन कर रहे भाजपा पार्षदों को पुलिस ने किया गिरफ्तार
राजनांदगांव(दावा)। कोरोना संकट के बीच शहर के इंदिरानगर स्थित पानी टंकी के गोदाम में आज 300 पेटी सेनेटाइजर डंप मिला। मामले को लेकर भाजपा पार्षदों ने सेनिटाइजर घोटाला का आरोप लगाकर जमकर हंगामा मचाया और मौके पर धरना प्रदर्शन कर सडक़ जाम कर दिया था। प्रदर्शन कर रहे भाजपा पार्षदों को पुलिस धारा 144 उल्लंघन के मामले में गिरफ्तार कर कुरुक्षेत्र स्थित अस्थाई जेल ले गई। इस दौरान पुलिस व भाजपा पार्षदों के बीच जमकर विवाद भी हुआ।
जानकारी के अनुसार इंदिरा नगर के पानी टंकी स्थित निगम के गोदाम में गुुरुवार को निगम में नेता प्रतिपक्ष शोभा सोनी और भाजपा पार्षदों ने दबिश दी. इस दौरान गोदाम में करीब 300 पेटी सेनेटाइजर सिजकी कीमत 15 लाख रुपए डंप मिला। मामले में निगम प्रशासन पर सेनिटाइजर घोटाले का आरोप लगाकर भाजपा पार्षदों ने जमकर हंगामा मचाया और सडक़ जाम कर दिया था।
पुलिस व पार्षदों के बीच हुई झड़प
भाजपा पार्षदों के धरना-प्रदर्शन की जानकारी मिलने पर पुलिस मौके पर पहुंची और पार्षदों को समझाईश देने की कोशिश की, लेकिन भाजपा पार्षद संवेदनशील मामले में लोगों को आबंटन के लिए खरीदे गए लाखों के सेनिटाइजर को डंप कर घोटाला करने का आरोप लगाकर मामले की जांच करने की मांग करते रहे। इस दौरान पुलिस प्रदर्शन कर रहे भाजपा पार्षदों को गिरफ्तार कर बस में भर कुुरुक्षेत्र स्थित अस्थाई जेल ले गई। कुछ देर बाद सभी पार्षदों को छोड़ दिया गया। प्रदर्शन के दौरान पुलिस व भाजपा पार्षदों के बीच झड़प भी हुई।
नियत पर खोट:सोनी
मामले को लेकर निगम में नेता प्रतिपक्ष शोभा सोनी ने कहा कि आज पूरा देश कोरोना संकट खतरा में है। निगम प्रशासन द्वारा लाखों रुपए खर्च कर सेनेटाइजर की खरीदी की गई है। उन्होंने कहा कि निगम प्रशासन के नियम में खोट है और सेनेटाइजर को लोगों को बांटने के बजाय डंप कर रखा गया है। उन्होने कहा कि गोदाम में करीब 2 माह से सेनेटाइजर को डंप कर रखा गया है। जबकि संक्रमण के खतरा को देखते हुए सेनेटाइजर का आबंटन तत्काल करना चाहिए था। नेताप्रतिपक्ष शोभा ने बड़ी मात्रा में सेनेटाइजर घोटाले का आरोप लगाकर इसकी जांच कराने की मांग की।
40 हजार की मांग सिर्फ 19 हजार का आबंटन
नेता प्रतिपक्ष शोभा सोनी ने कहा कि जनसंख्या के आधार पर पार्षद निधि से लाखों रुपए का सेनेटाइजर खरीदी किया गया है। उन्होंने कहा कि सभी पार्षदों द्वारा करीब 40 हजार नग सेनेटाइजर की मांग की गई है। इसमें निगम प्रशासन द्वारा सिर्फ 19 हजार नग सेनेटाइजर पार्षदों को आबंटने के लिए उपलब्ध कराया गया है। उन्होंने कहा कि निगम प्रशासन इस संवेदनशील मामले में भी घोटाला करने सेनेटाइजर डंप कर रखा है।
गोदाम में सेनेटाइजर को रखना कोई गलत नहीं है। सामान रखने ही गोदाम बनाया जाता है। मांग के हिसाब से पार्षदों को सेनेटाइजर उपलब्ध कराया जा रहा है। भाजपा पार्षद दल बिना वजह इस मामले पर प्रदर्शन करने पहुंच गए थे। भाजपा पार्षदों ने धारा 144 का उल्लंघन किया है। इन लोगों के खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए।
-हेमा देशमुख, महापौर