जिले में टिड्डी दल के आक्रमण की संभावना को देखते हुए प्रभारी कलेक्टर ने अलर्ट जारी किया
राजनांदगांव (दावा)। टिड्डी दल प्रवेश होने पर तत्काल सूचित करते हुए स्थानीय कृषि अधिकारी तथा कृषि विज्ञान के वैज्ञानिकों की सहायता से टिड्डी दल को नियंत्रित करने दवा छिडक़ाव करने की व्यवस्था करने प्रभारी कलेक्टर जिला पंचायत सीईओ ने निर्देश जारी किया है।
फसलों को नुकसान पहुंचाने वाले टिड्डी दल का प्रकोप राजस्थान होते हुए मध्यप्रदेश एवं महाराष्ट्र राज्य तक पहुंच गया है। छत्तीसगढ़ के सीमावर्ती मध्यप्रदेश एवं महाराष्ट्र राज्य होने के कारण भविष्य में टिड्डी दल के आक्रमण की संभावना है। वर्तमान में टिड्डी दल दोपहर 2 बजे मध्यप्रदेश राज्य के बालाघाट जिले के ग्राम कटोरी तक पहुंच चुका है।
सीमावर्ती गांवों में मुनादी तथा सुरक्षा दल का गठन
प्रभारी कलेक्टर श्रीमती तनुजा सलाम ने जिले के मध्यप्रदेश एवं महाराष्ट्र के समीपवर्ती तहसील को अलर्ट जारी किया है। मध्यप्रदेश की सीमा से लगे विकासखंड खैरागढ़, डोंगरगढ़, छुईखदान को सतर्क रहने कहा गया है। टिड्डी दल के आक्रमण की संभावना को दृष्टिगत रखते हुए सभी सीमावर्ती गांवों में मुनादी तथा सुरक्षा दल का गठन व मैदानी स्तर पर अधिकारियों को सतत निगरानी करने के लिए निर्देश दिए हैं। क्षेत्र में टिड्डी दल प्रवेश होने पर तत्काल सूचित करते हुए स्थानीय कृषि अधिकारी तथा कृषि विज्ञान के वैज्ञानिकों की सहायता से टिड्डी दल को नियंत्रित करने दवा छिडक़ाव करने की व्यवस्था करने कहा गया है।
मुख्यमंत्री ने दिए निरंतर मॉनिटरिंग के निर्देश
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने टिड्डी दल के संभावित प्रकोप से फसलों के बचाव के लिए समय पूर्व सभी आवश्यक तैयारी करने के निर्देश कृषि, उद्यानिकी, वन विभाग सहित राज्य के जिला कलेक्टरों को दिए हैं। मुख्यमंत्री ने कहा है कि टिड्डी दल के छत्तीसगढ़ के जिलों में पहुंचने के पूर्व ही उसे भगाने के लिए सभी आवश्यक उपाय सुनिश्चित किए जाने चाहिए। मुख्यमंत्री ने सीमावर्ती जिलों में टिड्डी दल के आगमन एवं उनके उड़ान भरने की दिशा पर निरंतर मॉनिटरिंग के भी निर्देश दिए हैं। मुख्यमंत्री बघेल ने टिड्डी दल से बचाव के लिए नियंत्रण कक्ष स्थापित करने एवं पर्याप्त मात्रा में कीटनाशक दवाईयों की व्यवस्था करने को कहा है। मुख्यमंत्री ने किसानों से कहा है कि फसल या पेड़ों पर टिड्डी या टिड्डी दल दिखे तो कृषि या राजस्व विभाग के अमले अथवा जिला नियंत्रण कक्ष या किसान हेल्पलाइन टोल फ्री नम्बर-18002331850 पर तत्काल सूचना दें, ताकि टिड्डी के प्रकोप की रोकथाम के लिए आवश्यक उपाय तत्परता से किए जा सके।
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कृषि विभाग के अधिकारियों को किसानों को टिड्डी दल को भगाने के लिए प्राकृतिक एवं परम्परागत उपाय अपनाने के समझाईश देने को कहा है। उन्होंने कहा है कि टिड्डी दल को खेत के आसपास आकाश में उड़ते दिखाई देने पर उनको उतरने से रोकने के लिए तुरंत खेत के आसपास मौजूद घास-फूस को जलाकर धुंआ करना चाहिए अथवा ध्वनि विस्तारक यंत्रों के माध्यम से शोरगुल करने से टिड्डी दल खेत में न बैठकर आगे निकल जाता है।
नांदगांव व कवर्धा जिले में बढऩे की संभावना
केन्द्रीय एकीकृत नाशी जीव प्रबंधन केन्द्र रायपुर से प्राप्त जानकारी के अनुसार टिड्डी दल हवा की बहाव की दिशा में आगे बढ़ता है। रायसेन से खण्डवा होते हुए मोरसी अमरावती महाराष्ट्र से 27 मई को ग्राम टेंमनी तालुका तुमसर जिला भंडारा के आस पास पहुंच चुका है। 28 मई को टिड्डी दल तुमसर महाराष्ट्र से खैरलांजी बालाघाट की ओर बढ़ रहा है। इस टिड्डी दल का छत्तीसगढ़ की सीमावर्ती जिले राजनांदगांव, कबीरधाम की ओर बढऩे की संभावना है। इसके अलावा टिड्डी का दूसरा दल सिंगरौली मिर्जापुर की ओर बढ़ गया है। दोनों टिड्डी दलों का छत्तीसगढ़ के सीमावर्ती जिलों में आने की आशंका है।