सभी दफ्तरों में सेनेटाइजर व अन्य संसाधन खरीदने लाखों रुपए स्वीकृति की जानकारी आ रही सामने
राजनांदगांव (दावा)। शहर में कोरोना महामारी चरम पर है। रोजाना कोरोना के नए मरीज सामने आ रहे है। बावजूद इसके जिल मुख्यालय के अधिकांश सरकारी दफ्तरों में कोरोना से बचने के सेनटाइजर व अन्य संसाधन गायब है। मिली जानकारी के अनुसार शासन से दफ्तरों में सेनेटाइजर व अन्य संसाधन खरीदने लाखों रुपए की राशि स्वीकृत की गई है, लेकिन दफ्तरों में संसाधन नजर नहीं आ रहे है। ऐसे में सेनेटाइजर के नाम पर बड़ी गड़बड़ी की आशंका जाहिर की जा रही है। मिली जानकारी के अनुसार कलेक्टोरेट परिसर में संचालित अधिकांश दफ्तरों, जिला पंचायत, जनपद पंचायत, तहसील कार्यालय, जल संसाधन विभाग, पीएचई विभाग सहित अन्य दफ्तरों में सेनेटाइजर व अन्य संसाधन नहीं है। इसकी वजह से काम को लेकर दफ्तर पहुंच रहे लोग बिना कोई सुरक्षा के आने-जाने मजबूर है। जबकि सभी दफ्तरों में सेनेटाइजर रखने शासन द्वारा निर्देश जारी किया गया है।
संक्रमण का खतरा फिर भी उपाय नहीं
शहर में कोरोना संक्रमण तीसरे स्टेज पर है और यहां पर सामुदायिक संक्रमण का मामला दिनों दिन बढ़ रहा है। बावजूद इसके सरकारी दफ्तरों में सेनेटाइजर व अन्य संसाधन नहीं रखा जा रहा है। ऐसे में दफ्तर पहुंच रहे लोगों व वहां के कर्मचारियों में संक्रमण फैलने का खतरा है। बावजूद इसके विभागों के जिम्मेदार अधिकारियों को इससे कोई लेना-देना नहीं है। अधिकारियों की लापरवाही आम लोगों के लिए खतरा पैदा कर सकता है।
दफ्तरों में सेनेटाइजर व अन्य संसाधन नहीं रख रहे हैं तो यह गलत है। सभी दफ्तर के अधिकारियों को सेनेटाइजर रखने निर्देशित कर कड़ाई से पालन करने कहा जाएगा।
– टीके वर्मा, कलेक्टर