जिला प्रशासन का दोहरा चरित्र आ रहा सामने
राजनांदगांव(दावा)। कोरोना संक्रमण के खतरे के बीच शादी सहित अन्य समारोह में कई तरह की पाबंदी लगी हुई है। यह पाबंदी सिर्फ गरीबों तक ही सीमित है। रसूखदार लोग बड़े होटलों व अन्य जगहों पर शाही शादी कर रहे है। इस ओर जिला प्रशासन कोई कार्रवाही नहीं कर रहा है। जबकि गरीब परिवारों के घर दबिश देकर पाबंदी लगाई जा रही है।
जानकारी के अनुसार शहर के कुछ रसूखदार परिवारों की शादी शहर के बड़े होटलों और भवनों में हो रही है। इन जगहों पर नियम के विरुद्ध बड़ी संख्या में रिश्तेदार लोग पहुंच रहे है। भीड़ होने से सोशल डिस्टेसिंग नियमों की धज्जियां भी उड़ रही है। बावजूद इसके जिला प्रशासन द्वारा रसूखदारों के शादी व अन्य समारोह वाले जगहों पर निगरानी नहीं की जा रही है। सोमवार की रात में शहर से पांच किमी दूरस्थ एक नामी होटल में निगम के एक कर्मचारी के बेटे की शादी समारोह में करीब ढाई सौ लोगों का मजमा लगा रहा। वहीं आज भी उसी होटल में दो शादियों की रस्म अदायगी भी की गई, किंतु जिम्मेदार अफसरों ने वहां झांकना भी उचित नहीं समझा। इससे प्रशासन का दोहरा चेहरा सामने आ रहा है।
दूसरे राज्य से पहुंचे थे बाराती
जानकारी के अनुसार शहर के एक बड़े होटल में पिछले दो तीन दिनों से कुछ रसूखदारों के परिजनों का शादी समारोह आयोजित हो रही है। इसमें दूसरे राज्य से बाराती व सगे संबंधी पहुंचे थे। इसके बाद भी इन लोगों की कोई जांच नहीं हुई और न ही कार्रवाई हुई है। जबकि जिला प्रशासन द्वारा गरीब परिवारों के घर बकायदा समारोह में नजर रखी जा रही है और नियम का पालन नहीं होने पर कार्रवाई की जा रही है। जिला प्रशासन के दोहरे चेहरे से लोगों में काफी नाराजगी है।