सड़कों पर डेरा जमाए बैठे रहते हैं मवेशी, लगातार हो रही दुर्घटनाएं
राजनांदगांव(दावा)। मवेशियों को सुरक्षित रखने को लेकर राज्य सरकार की महति योजना रोका-छेका और गौठान योजना शहर सहित जिले में फ्लाप साबित हो रहा है। शहर व अन्य जगहों की सड़कों पर अब भी मवेशियों का जमावड़ा लगा रहता है। मवेशी झुंड में सड़कों पर कब्जा कर बैठे रहते है। इसकी वजह से मवेशी और राहगीरों के दुर्घटनाग्रस्त होने की लगातार घटना सामने आ रही है। सड़कों पर मवेशियों के रहने से यहां कहीं पर भी रोका-छेका व गौठान योजना चलने का अभास हो रहा है। पहले की तरह ही अब भी आवारा मवेशियों का सड़कों व अन्य जगहों पर जमावड़ा रहता है।
हर गांव व शहरी क्षेत्र में भी रोका-छेका
मवेशियों को एक जगह पर रखने राज्य सरकार द्वारा हर गांव और शहरी क्षेत्र में एक निश्चित जगह का चयन कर सुरक्षित रखने की योजना बनाई गई है और इसके लिए लाखों का फंड भी जारी किया गया है। बावजूद इसके किसी भी गांव व शहरी क्षेत्र में रोका-छेका व गौठान योजना सहीं तरीके से संचालित नहीं हो रही है। नतीजन मवेशी अब भी सड़कों पर ही डेरा जमाए बैठे रहते है। राज्य सरकार द्वारा योजना तो लाई गई है, लेकिन इसकी निगरानी व सही तरीके से क्रियान्यवन्यन करने गंभीरता नहीं दिखाई जा रही है।
ज्ञात हो कि सड़कों पर जमावड़ा की वजह से आए दिन मवेशियों के की दुर्घटना में मौत होने का मामला सामने आता है। वहीं मवेशियों की वजह से मोटर साइकिल व साइकिल सवार भी दुर्घटना के शिकार हो रहे हैं। ऐसे में रोका-छेका अभियान को व्यापक स्तर पर करने की जरुरत है। ताकि दुर्घटना से मवेशियों की मौत न हो और किसानों के फसलों को भी सुरक्षित रखा जा सके।