पांच साल पहले कुण्डा थाना क्षेत्र में दिया गया था फर्जीबाड़ा को अंजाम
कवर्धा (दावा)। करीब पांच वर्ष पूर्व फर्जी ढंग से कूटरचित दस्तावेजों के आधार पर एक ग्रामीण महिला की कास्तकारी भूमि के नाम से ऋण निकालकर हजम करने वाले चार आरोपियों को कुण्डा पुलिस ने गिरफ्तार किया है। गिरफ्त में आए चार आरोपियों में वह महिला आरोपी भी शामिल है जिसे सुनियोजित ढंग से जमीन की मालिक बनाकर ऋण निकालने बैंक भेजा गया था।
प्राप्त जानकारी के अनुसार करीब पांच वर्ष पूर्व कुण्डा थाना क्षेत्र के ग्राम सोमनापुर निवासी पीडि़ता भागो बाई ने कुण्डा थाना पहुंचकर इस बात की रपट दर्ज कराई थी कि कुछ लोगों ने उसकी कास्तकारी भूमि के फर्जी दस्तावेज तैयार कर ईलाहाबाद बैंक से उसके नाम से 1 लाख 65 हजार रूपए का केसीसी ऋण निकाल लिया है। इस मामले में कुण्डा पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ धारा 420, 467, 68, 471, 201, 34 भादवि के तहत मामला पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया था। विवेचना के दौरान इस बात का खुलासा हुआ कि आरोपी मथुरा प्रसाद सतनामी, कौशल बर्मन, विद्याचरण ऊर्फ प्रकाश जांगडे तथा भगवती बाई ने एक राह होकर सुनियोजित ढंग से ग्राम सोमनापुर निवासी भागो बाई के नाम की कास्तकारी भूमि का फर्जी ढंग से नक्शा खसरा निकालकर, फर्र्जी सील मोहर बनवाकर, फर्जी राशन कार्ड,, परिचय पत्र, जमीन की पर्ची तैयार कर, फर्र्जी हस्ताक्षर कर तथा भगवती बाई को भागो बाई बनाकर ईलाहाबाद बैंक शाखा पण्डरिया से केसीसी लोन 16,5000 रूपए निकाले है। इतना ही नहीं इस फर्जीबाड़ा को अंजाम देने के आद आरोपियों ने साक्ष्य छिपाने की नियत से फर्जी राशन कार्ड, सील मोहर को जलाकर नष्ट कर दिए है। विवेचना में हुए इस खुलासे के बाद कुण्डा पुलिस ने मामले में लिप्त सभी आरोपियों के ठिकानो में दबिस देकर आरोपी मथुरा प्रसाद सतनामी, कौशल बर्मन, विद्याचरण ऊर्फ प्रकाश जांगडे तथा भगवती बाई को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया।
इस कार्यवाही में थाना प्रभारी प्रशिक्षु डीएसपी निमितेश सिंह, उप निरीक्षक नरेन्द्र साहू, उप निरीक्षक प्रताप सिंह ठाकुर, सहायक उप निरीक्षक चिन्ताराम देशमुख, आरक्षक अरूण बघेल, आरक्षक चंद्रशेखर चंद्राकर, आरक्षक कोमल किशोर, नगर सैनिक रवि राजपूत एवं महेन्द्र राजपूत ने सराहनीय भूमिका निभाई है।