Home छत्तीसगढ़ क्षतिग्रस्त केबल को ठीक करने कर्मचारी बहा रहे पसीना, पौधरोपण हेतु खोदे...

क्षतिग्रस्त केबल को ठीक करने कर्मचारी बहा रहे पसीना, पौधरोपण हेतु खोदे गये गड्ढों से क्षतिग्रस्त हुए केबल

41
0


राजनांदगांव(दावा)। गंजलाइन में पौधरोपण के लिए बेतरतीब ढंग से खोदे गये गड्ढो के कारण लगभग 70-80 की संख्या में व्यवसायियों के दूर संचार व एयरटेल के केबल वायर क्षतिग्रस्त हो गये। व्यापारियों की शिकायत पर इन क्षतिग्रस्त केवल वायरों को करने के लिए बीएसएनएल कम्पनी के कर्मी तीन से लगे हुए हैं, लेकिन निगम के जेसीबी मशीन द्वारा बेदर्दी से खोदे गये गड्ढो के कारण बूरी तरह क्षतिग्रस्त हुए टेलीफोन के केबल वायर सुधारे नहीं सुधर रहा है। इससे व्यावसायियों को परेशानी उठानी पड़ रही है।
गंज लाइन निवासी संजय छाजेड़, गोविंद गुप्ता, सुशील जैन व पूर्व महापौर अजीत जैन ने बताया कि निगम द्वारा पौध रोपन के नाम पर उनके घरों-दुकानों के सामने बेतरतीब ढंग से गड्ढे खोद दिये गये है। जिसके कारण अपने घरों के सामने गाडिय़ा रखना मुश्किल हो गया है। गंज लाइन का यह क्षेत्र काफी संकुचित व व्यस्ततम मार्ग में शुभार है। भारी वाहनों के लोडिंग अनलोडिंग के चलते सडक़ पर जाम की स्थिति बनी रहती है इसके बाद भी इस लेन में पौधा लगाने सैकड़ो गड्ढा बेतरतीब ढंग से खोद दिया गया है। यहां तक कि यातायात व्यवस्था बनाए रखने के लिए खीचे गये व्हाईट मार्क को भी बख्शा नहीं गया।
दूरसंचार विभाग के एसडीओ श्री जायसवाल ने बताया कि पिछले तीन दिन से विभागं के इंजीनियर व कर्मचारी क्षतिग्रस्त केवल वायरों को ठीक करने से जुटे हुए है तेज धूप में पसीने बहा रहे है लेकिन बड़े तादाद में क्षतिग्रस्त हुए केवल वायरों का ठीक करने पर समय लग रहा है। इस काम में दो-दो टीम जुटी हुई है इसके बाद भी अभी पूरी तरह ठीक नहीं हो पाया है। यदि बारिश हो गई तो क्षतिग्रस्त वायरों को ठीक करने में काफी दिक्कते आ सकती है।
गड्ढा खोदने नहीं ली गई अनुमति
बीएसएनएल के एसडीओ श्री जायसवाल ने बताया कि शहर के गंजलाइन हो या और कोई भी जगह पौध रोपण के लिए खोदे जा रहे गड्ढे की जानकारी निगम द्वारा विभाग को विधिक तौर पर नहीं दी गई है। जिसके कारण अधिकारियों व कर्मचारियों को रोजाना दो-दो, तीन-तीन दिन से क्षतिग्रस्त केबल वायर सुधारने मौके पर उपस्थित रहना पड़ रहा है। इस तरह के आनन-फानन की खुदाई के कारण दूर संचार सेवा बाधित हो रही।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here