जिस ठेका समूह की शिकायत सबसे
अधिक उसी को दे दिया सप्लाई का जिम्मा
राजनांदगांव (दावा)। पेंड्री स्थित कोविड-19 अस्पताल में व्यवस्था गड़बड़ाई हुई है। यहां भर्ती कोरोना मरीजों को बेहतर खाना नहीं मिल रहा है। लापरवाही की बात यह है कि जिस ठेका समूह की शिकायत सबसे अधिक है उसे ही भोजन सप्लाई का जिम्मा दे दिया गया है।
गुणवत्ताहीन भोजन खाकर मरीजों को पेटदर्द की शिकायत हो गई है। मरीजों ने मीडिया के सामने भोजन की खामियों के बारे में बताया। जानकारी अनुसार कोरोना मरीजों के लिए भोजन सप्लाई का जिम्मा आदर्श महिला स्व-सहायता समूह स्टेशनपारा को दिया गया है। इसी समूह के पास बसंतपुर स्थित मेडिकल कॉलेज अस्पताल में सामान्य मरीजों को भोजन देने का ठेका भी है। लंबे समय से यह समूह बसंतपुर अस्पताल में मरीजों को भोजन देने का काम कर रहा है। भोजन की गुणवत्ता को लेकर समूह के खिलाफ काफी शिकायते भी मिलती रही है। फिर भी अधिकारियों ने इसी समूह को कोरोना मरीजों के लिए भोजन सप्लाई का जिम्मा दे दिया।
थाली भी नहीं दे रहे घर से ला रहे मरीज
नियमानुसार समूह को भोजन थाली में परोस कर देना है, लेकिन समूह ऐसा नहीं कर रही है। छोटी-छोटी पोटलियों में दाल, चावल, सब्जी और रोटी भरकर मरीजों तक पहुंचाया जा रहा है, ऐसे में मरीज घर से खुद थाली लाकर अस्पताल में भर्ती हो रहे है।
प्रत्येक मरीज के लिए मिलते है 100 रुपए
निर्धारित मेन्यू अनुसार प्रत्येक मरीज को रोजाना सुबह नाश्ता, दोपहर और रात में भोजन दिया जाना है। प्रत्येक मरीज के हिसाब से प्रतिदिन समूह को 100 रुपए दिया जाता है। इसके बाद भी मरीजों को गुणवत्ताहीन भोजन दिया जा रहा है। खटिया खाना को लेकर अस्पताल में भर्ती मरीजों में काफी आक्रोश है।
बिना टेंडर करवा रहे सप्लाई
कायदे से कोविड-19 अस्पताल में भर्ती मरीजों के लिए भोजन व्यवस्था के लिए टेंडर किया जाना चाहिए। लेकिन अधिकारियों ने ऐसा किया नहीं। बिना टेंडर के ही भोजन सप्लाई की जिम्मेदारी उक्त समूह को दे दी गई। समूह द्वारा मराीजों को स्तरहीन खाना परोसने की जानकारी लगातार सामने आ रही है।
नए टेंडर पर कोर्ट ने स्टे लगा दिया है। इसलिए भोजन सप्लाई का कार्य पुराने केटर्स को ही दिया गया है। भोजन की क्वालिटी चेक करने के लिए असिस्टेंट डॉक्टर को जिम्मेदारी दी गई है। ठेका समूह को भोजन की क्वाालिटी सुधारने के लिए बार बार कहा जा रहा है।
डॉ. रेणुका गहिने, डीन मेडिकल कॉलेज