ओव्हर लोडिंग व अंडरकटिंग माल का जंगलों के रास्ते होता है परिवहन
गैंदाटोला थाना क्षेत्र के ग्राम गहिराभेड़ी में कपड़े से लदे ट्रक के पलटने के बाद हुआ खुलासा
डोंगरगाँव (दावा)। राज्य शासन द्वारा प्रदेश सीमा में परिवहन नाका व अन्य जांच चौकी खोले जाने के बाद ट्रांसपोर्टर इनसे बचने के लिए शार्टकट व जंगलों के रास्तों का उपयोग कर रहे हैं. ज्ञात हो कि क्षेत्र में महाराष्ट्र, आंध्रप्रदेश व दक्षिण भारत के अन्य राज्यों से भारी मात्रा में सामानों का परिवहन किया जा रहा है. समीपस्थ थाना क्षेत्र अंतर्गत स्थित विभिन्न ग्रामों जो कि महाराष्ट्र सीमा पर स्थित है उन ग्रामों से भारी वाहनों की आवाजाही इन दिनों साफ देखी जा सकती है. ज्ञात हो कि राज्य शासन ने परिवहन वाणिज्य कर सहित अन्य विभागों को महाराष्ट्र सीमा पर स्थित बागनदी, मानपुर के कोहका तथा अं.चौकी के चिल्हाटी में बेरियर लगाया है वहीं ट्रांसपोर्टर इन बेरियरों से बचने के लिए ग्रामीण एवं जंगली रास्तों का उपयोग कर डोंगरगाँव के रास्ते आसानी से पूरे प्रदेश में ले जा रहे हैं.
मालवाहक के पलटने पर हुआ बड़ा खुलासा : बीते कुछ दिनों से क्षेत्र में बाहरी वाहनों का बेरोकटोक आवाजाही लगातार बना हुआ है. वहीं पुलिस की नरमी के चलते सुबह से लेकर देर रात्रि तक बार्डर पास कराने का खेल जारी होने की खबर लगातार आ रही थी परन्तु उसका खुलासा बीते रविवार को ग्राम गहराभेड़ी में कपड़ों से लदे ट्रक के पलटने के बाद हुआ. हैदराबाद से माल लेकर रायपुर के लिए निकला था जिसे महाराष्ट्र होते हुए प्रदेश के कोहका अथवा चिल्हाटी चेकपोष्ट से छत्तीसगढ़ प्रवेश कर अं.चौकी-डोंगरगांव के रास्ते रायपुर जाना था किंतु टैक्स व ओव्हर लोड से बचाने के चक्कर में ड्राइवर मालवाहक को गैंदाटोला के रास्ते आ रहा था कि तभी अंधाधुंध गति से चल रही ट्रक क्र.सीजी 08 जेड 3601 गहिराभेड़ी गांव के भीतर ही पलट गई.
प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि ग्राम के भीतर आवाजाही नहीं होने के कारण कोई जनहानि होने से बच गया लेकिन गांव के भीतर हुई यह दुर्घटना ग्रामीणों के रोंगटे खड़ा कर दी है. वहीं ट्रक का ड्राइवर तेज रफ्तार से ट्रक को चला रहा था और शराब के नशे में धुत था. इधर ग्राम के एपरोच मार्गों में इन दिनों भारी वाहनों के आवाजाही के कारण गांव की सडक़ें खराब हो रही हैं वहीं ग्रामवासियों में दुर्घटना का भय भी है. कपड़े से लदा हुआ दुर्घटनाग्रस्त वाहन के मालिक व ड्रायवर ने मौके पर बताया कि ट्रक में 166 ग_ों में कुल दस टन माल भरा हुआ है जबकि उनके व्दारा दिखायी गई पर्ची में ओव्हरराईट कर 9 टन माल लिखा गया था. प्रधानमंत्री सडक़ योजना के तहत निर्मित सडक़ें कई टन के भार क्षमता को वहन नहीं कर पाती और ये सडक़ें समय से पूर्व ही खराब हो रही हैं.