गुस्साए ग्रामीणों ने किया चक्काजाम
डोंगरगांव (दावा)। समीपस्थ ग्राम खुर्सीटिकुल में देर शाम हुई एक सडक़ दुर्घटना में गांव के ग्रामीण की मौके पर ही मृत्यु हो गई. जिसके बाद से गुस्साए ग्रामीणों ने स्टेट हाईवे में जाम कर दिया और करीब 4 घंटे चक्काजाम की स्थिति बनी रही. भडक़े ग्रामीणों को काफ ी समझाइश तथा मुआवजे व मांग के साथ चक्काजाम रात करीब 12 बजे खत्म हुआ और आवाजाही सामान्य हो पाई।
मौके पर ग्रामीणों से मिली जानकारी के अनुसार साइकिल सवार यादराम पिता सुमेरी ठाकुर 38 वर्ष अपनी साइकिल से अंबागढ़ चौकी दिशा की ओर से पाने अपने घर आ रहा था. इसी दौरान पीछे से तेज रफ्तार से आ रही कार क्रमांक सीजी 04 एचडी 3552 ने हाईस्कूल खुर्सीटिकुल के पास उसे जबरदस्त ठोकर मार दी, जिससे यादराम की मौके पर ही मृत्यु हो गई और कार में फं सी साइकल करीब 500 मीटर तक घिसटती चली गई,
जिससे साइकिल के भी परखच्चे उड़ गए. घटना करीब रात 8 बजे की बताई जा रही है, जिसके बाद से ग्रामीणों ने आरोपी ड्राइवर को पकडऩे और क्षतिपूर्ति सहित अन्य मांगों को लेकर सडक़ पर बैठ गए. इसके साथ ही स्टेट हाईवे में पत्थर व लकड़ी रखकर चक्काजाम कर दिया, यह चक्काजाम करीब 4 घंटे चला. इस दौरान पुलिस और ग्रामीणों के बीच तीखी बहस हुई तथा मौके पर मौजूद नायब तहसीलदार आर.के.बंजारे के आश्वासन व टीआई के.पी.मरकाम की समझाईश के बाद मामला शांत हुआ और आधी रात्रि में स्टेट हाईवे बहाल हो पाया. मिली जानकारी के अनुसार मामला शांत होने के कुछ देर बाद ही पुलिस दुर्घटनाग्रस्त कार को भी बरामद कर लिया. इस मामले में पुलिस ने मर्ग कायम कर आईपीसी की धारा 304(ए) के मामला पंजीबद्ध किया गया है. वहीं उक्त कार जयप्रकाश साहू के नाम पर रजिस्टर्ड है तथा ड्रायवर फरार बताया जा रहा है.
बे्रकर बनवाने की मांग
इस दुर्घटना के बाद से गुस्साए ग्रामीणों सहित एकांत चंद्राकर उपाध्यक्ष जनपद पंचायत छुरिया, दुर्गा महानदिया सरपंच, आदि ने बताया कि इससे पहले भी बहुत सी दुर्घटनाएं गांव के आस-पास हो चुकी है और अनियंत्रित रफ्तार की गाडिय़ों पर लगाम लगाने के लिए सडक़ पर तत्काल स्पीड ब्रेकर बनाये जाने तथा पीडि़त परिवार को जल्द से जल्द क्षतिपूर्ति दिये जाने की मांग की.
इस मामले में उपाध्यक्ष एकांत ने बताया कि ब्रेकर व स्टॉपर की व्यवस्था जल्द से जल्द नहीं की गई, तो ग्रामीणों की सुरक्षा को देखते हुए हमारे द्वारा उग्र आंदोलन किया जाएगा.
इकलौता कमाऊ था यादराम
इस सडक़ दुर्घटना में यादराम के मौके पर ही मृत्यु के बाद पूरा परिवार स्तब्ध है और अब परिवार के भरण-पोषण की चिंता बढ़ गई है. ग्रामीणों ने बताया कि यादराम के परिवार में उसकी मां, पत्नी तथा तीन छोटी बच्चियां है और परिवार में केवल वह स्वयं कमाता था. ब्रेकर व क्षतिपूर्ति की मांग की गई है तथा शासन द्वारा निर्धारित मुआवजे की राशि के लिए सभी कार्यवाही में शीघ्रता की जायेगी तथा तथा ब्रेकर बनवाने के लिए संबंधित विभाग को निर्देशित किया गया जिसे शीघ्र बनवा दिया जाएगा-राधाकृष्ण बंजारे, नायब तहसीलदार, छुरिया