बकरकट्टा थाना के समुंदपानी से बैगा साल्हेवारा के बीच निर्माणाधीन सडक़ में दबा कर रखे थे आईईडी
राजनांदगांव (दावा)। नक्सलियों द्वारा बकरकट्टा थाना के समुंदपानी और बैगासाल्हेवारा के बीच पुलिस फोर्स को उड़ाने निर्माणाधीन सडक़ के नीचे बड़ी मात्रा में विस्फोटक दबा कर रखा गया था। सर्चिग पर निकले जवानों ने दबा कर रखे आईईडी को देख लिया और अपने कब्जे में लिया है।
पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार घोर नक्सल प्रभावित क्षेत्र बरकट्टा थाना के समुंदपानी व बैगा साल्हेवारा के बीच नक्सलियों द्वारा पुलिस फोर्स को निशाने पर लेकर निर्माणाधीन सड़क़ के नीचे 5 किलो वजनी का आईईडी दबा कर रखा गया था।
कुछ दिन पहले भी मिला था कुकर बम
नक्सलियों द्वारा पुलिस फोर्स को नुकसान पहुंचाने लगातार कोशिश की जा रही है। कुछ दिन पहले नक्सलियों ने समुन्दपानी और हाथीझोला के बीच फोर्स को उड़ाने सडक़ किनारे 5 किलो का कुकर बम दबा कर रखा गया था। सर्चिंग में निकले जवानों ने इस दौरान बी अपनी सूझबूझ से नक्सलियों के मंसूबे को नाकाम कर दिया था। बकरकट्टा क्षेत्र में नक्सली लंबे समय से सक्रीय है और किसी बड़ी घटना को अंजाम देने के फिराक में है।
मानपुर-मोहला क्षेत्र में भी बढ़ रही है सक्रियता
बकरकट्टा के अलावा नक्सलियों की सक्रियता जिले के मानपुर-मोहला और मदनवाड़ा क्षेत्र में भी बढ़ी है। तीन दिन पहले नक्सलियों ने मोहला थाना क्षेत्र के परवीडीह गांव में प्रधानमंत्री ग्राम सडक़ योजना के निर्माण में लगे करीब आधा दर्जन वाहनों को आग के हवाले कर दिया था।
वहीं दूसरे दिन मानपुर थाना क्षेत्र के मदनवाड़ा के पास बैनर-पोस्टर लगाकार दहशत फैलाने की कोशिश की गई थी। नक्सलियों के हरकत को देखते हुए पुलिस प्रशासन द्वारा क्षेत्र में फोर्स की संख्या बढ़ा कर सर्चिंग तेज कर दी गई है।
नक्सलियों के मंसूबे पर जवानों ने फेरा पानी
रविवार को बकरकट्टा थाना प्रभारी किशुन कुंभकार एवं आईटीबीपी के एसी रसपाल गुलेरिया के नेतृत्व में संयुक्त टीम समुंदपानी, कल्लेपानी, निजामडीह व पण्डरीपानी की ओर सर्चिंग पर निकली थी। इस बीच फोर्स को समुन्दपानी से बैगासाल्ेहावरा के बीच निर्माणाधीन सडक़ के बीच में इलेक्ट्रिक वायर दिखाई दिया। जवानों द्वारा मौके का मुआयना कर उक्त जगह की खोदाई की गई। मौके पर नक्सलियों द्वारा 5 किलो का आईईडी बम छिपा कर रखा गया था। जवानों द्वारा बम को सुरक्षित निकालकर डिप्यूज किया गया। जवानों ने अपने सूझबूझ से नक्सलियों के सुरक्षा बलों को नुकसान पहुंचाने की गई हरकत को नाकाम कर दिया।