राजनांदगांव (दावा)। पिछले दिनो नेशनल हाइवे देवादा स्थित उड़ता पंजाब के संचालक के नाबालिग पुत्र का अपहरण हुआ था। अपहरण के बाद हरकत में आई पुलिस अपहृत बालक को महाराष्ट्र से बरामद कर लिया था। इस दौरान आरोपी अपहृत बालक को छोड़ कर फरार हो गए थे। पुलिस ने मामले में तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। वहीं कुछ अन्य आरोपियों की तलाश जारी है। गौरतलब है कि 10 अक्टूबर की रात को देवादा स्थित उड़ता पंजाब के संचालक के पुत्र का अज्ञात आरोपियों द्वारा अपहरण की घटना को अंजाम दिया गया था। थाना में मामला दर्ज होने के बाद पुलिस प्रशासन के होश उड़ गए थे। पुलिस मामला दर्ज कर विवेचना में जुटी थी।
50 लाख रुपए मांगा गया था फिरौती
इस दौरान आरोपियों द्वारा अपहण के बदले फिरौती के लिए ढाबा संचालक के घर मोबाइल पर बात हुई ती। आरोपियों द्वारा अपहृत बालक को छोडऩे के बदले में 50 लाख रुपए का फिरौती मांमग गया. आरोपियों द्वारा किए गए फोन के आधार पर मोबाइल लोकेशन लेकर पुलिस अपहृत बालक तक पहुंची थी और बालक को महाराष्ट्र से सकुशल बरामद कर उसके परिजों को सौंपा था। बतायाजा रहा है कि ढाबा संचालक द्वारा आपीएल सट्टा में लाखों का लेन-देन होने पर उसके पुत्र का अपहण किया गया था।
बिहार, मध्यप्रदेश व महाराष्ट्र के हैं आरोपी
मामले में पुलिस अपहृत बालक को बरामद कर लिया था। वहीं सभी आरोपी फरार हो गए थेे। पुलिस आरोपियों की तालश में जुटी थी। प्रेसवार्ता में मामले की जानकारी देते हुए एसपी डी.श्रवण कुमार ने बताया कि मोबाइल लोकेशन के आधार पर पुलिस की टीम आरोपियों की तलाश में जुटी थी। उन्होंने बताया कि अपहण के मामले में भिलाई के लल्लू उर्फ ज्ञानेन्द्र प्रताप सिंह, चंदन गुप्ता निवासी ग्राम ओगरा (बिहार) और रींवा निवासी सुनील उर्फ रिंकू तिवारी को गिरफ्तार कर लरिमांड पर लिया गया है। वहीं अन्य आरोपियों की तलाश जारी है। बताया जा रहा है कि घटना को 7 आरोपियों ने अंजाम दिया था। आरोपी बालक का अपहण कर नागपुर गए फिर वहां से सागर फिर सिवनी पिर इंदौर होते फिर नागपुर पहुंचे और बालक को वहीं छोड़ कर फरार हो गए थे।