एक नंवबर से दी भूख हड़ताल की चेतावनी
राजनांदगांव(दावा)। सहारा इंडिया के जमाकर्ताओं (एजेंटों) ने मैच्युरिटी के बाद भी निवेशकों की राशि वापस नहीं किए जाने को लेकर राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के नाम चि_ी भेजकर इच्छा मृत्यु की अनुमति मांगी है। एजेंटों का आरोप है कि अवधि पूर्ण होने के बाद भी जमाकर्ताओं की राशि को लौटाने में देरी की जा रही है, जिसके चलते निवेशकों का जमाकर्ताओं से विश्वास उठ गया है और जमा राशि को वापस कराने का एजेंटों पर दबाव बढ़ाया जा रहा है।
सहारा इंडिया के एजेंट तुलाराम सिन्हा, शेषनारायण देवांगन, मुकेश देवांगन, ओमप्रकाश साहू, घनश्याम यादव, अंगदराम देवांगन, अजय सिंह समेत कई एजेंटों ने देश के शीर्ष राजनायिकों के नाम पत्र लिखकर इस मामले में दखल देने की अपील की है। एजेंटों का आरोप है कि संस्था एवं शाखा कार्यालय द्वारा एजेंटों को अवधि पूर्ण होने के बाद राशि निकालने के लिए नई पॉलिसी के तहत उतनी ही राशि जमा करने का दबाव बनाया जा रहा है, जिसका विरोध करने पर संस्था द्वारा अनुशासनहीनता का आरोप लगाकर एजेंटों का कोड निरस्त कर बाहर किया जा रहा है।
एजेंटों का कहना है कि सालों से संस्था के प्रति निष्ठापूर्वक कार्य कर रहे हैं। संस्था के इस रूख की वजह से एजेंटों की विश्वसनीयता पर भी लोग सवाल उठा रहे हैं। जबकि ईमानदारी से निवेशकों के पैसे जमा कराए गए हैं। इधर राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री तथा संस्था प्रमुख सुबत राय सहारा के अलावा अन्य जिम्मेदार व्यक्तियों के नाम एजेंटों ने पत्र भेजकर इस अव्यवस्था को दुरूस्त करने की मांग की है।
उनकी मांग पूर्ण नहीं होने पर एजेंटों ने इच्छामृत्यु की मांग भी की है। वहीं आगामी एक नवंबर से राजनांदगांव के क्षेत्रीय कार्यालय में एजेंटों ने भूख हड़ताल की चेतावनी दी है। इस दौरान पूना राम सिन्हा, शेषनारायण देवांगन, मुकेश देवांगन, ओमप्रकाश साहू, ओमप्रकाश सिन्हा, घनश्याम यादव, अंगद राम देवांगन, सतीष कुमार, खेमचंद सिन्हा, अजय सिंह, भूखन लाल भूआर्य आदि उपस्थित थे।