सोसायटी पुनर्गठन के बाद जिले में बनाए गए 18 नए खरीदी केन्द्र और 43 सोसायटी
राजनांदगांव (दावा)। जिले के किसानों को समर्थन मूल्य में धान बेचने अब लंबी दूरी तय नहीं करनी पड़ेगी। सहकारी समिति पुनर्गठन के बाद जिले में 18 नए खरीदी केन्द्र बनाए गए है। इससे पहले जिले में 117 खरीदी केन्द्र बनाए गए थे। समिति पुनर्गठन के बाद 18 नए केन्द्र बनाने से इसकी संख्या अब 135 हो गई है।
जिला सहकारी सोसायटी के अधिकारियों से मिली जानकारी जिले में इस साल शासन के दिशा निर्देश पर सहकारी समिति पुर्नगठन का काम किया गया। इसके तहत 43 नए सोसायटी बनाने के बाद 18 नए खरीदी केन्द्र खोले जा रहे है।
नए केन्द्र खुलने से किसानों को मिलेगी सुविधा
गौरलतब है कि सोसायटी पुर्नगठन के पहले जिले में 89 सोसायटी संचालित हो रहा था। इस साल 43 नए सोसायटी बनाने के बाद जिले में इसकी संख्या 132 हो गई है। वहीं खरीदी केन्द्रों की संख्या भी 117 से बढक़र 135 हो गई है। सोसायटी गठन व नए खरीदी केन्द्र बनने से दूरस्थ अंचल के हितग्राही को राशन के लिए लंबी दूरी तय करना पड़ता था। दूरी को देखते हुए इन क्षेत्रों में नई सोसायटी खोला गया है। वहीं किसानों को भी समर्थन मूल्य में धान बेचने लंबी दूरी तय करना पड़ता था। अब नए खरीदी केन्द्र खुलने से इन क्षेत्र के किसानों को धान बेचने में दिक्कतों का सामना नहीं करना पड़ेगा।
खरीदी के लिए पंजीयन का चल रहा कार्य
इस सत्र में समर्थन मूल्य में धान खरीदी के लिए नए बनाए गए खरीदी केन्द्रों में किसानों का पंजीयन कार्य तेजी से चल रहा है। उप पंजीयक सहकारी संस्था द्वारा किसानों को पंजीयन कराया जा रहा है। बताया जा रहा है कि शासन के निर्देशानुसार क्षेत्रों में दूरी के परीक्षण उपरांत नए सोसायटी व खरीदी केन्द्र खोले गए हैं। वहीं कुछ क्षेत्रों से सहकारी समिति पुनर्गठन व खरीदी केन्द्र को लेकर किसानों में नाराजगी देखी जा रही है।
शासन के दिशा निर्देश पर जिले में 43 नए सोसायटी का गठन किया गया है। इसके अलावा 18 नए खरीदी केन्द्र बनाए गए है। जिले में अब 132 सोसायटी और 135 धान खरीदी केन्द्र हो गए है।
सुनील वर्मा, सीईओ जिला सहकारी समिति