अवैध खनिज खुदाई से खाई में बदली खदानें, वनांचल मोहला-मानपुर में खनिज माफियाओं का राज
राजनांदगांव (दावा)। जिले में खनिज संपदाओं की लूट मची हुई है। तस्कर खदानों से बेस कीमती खनिज संपदाओं का दोहन कर रहे है। खुलेआम हो रहे खनिज संपदाओं की चोरी से माफिया मस्त है। वहीं खनिज अमला पस्त हो कर दफ्तर में कैंद है।
मिली जानकारी के अनुसार मिली जानकारी के अनुसार जिले के वनांचल क्षेत्र मोहला-मानपुर क्षेत्र में बड़ी मात्रा में बेशकीमती प्राकृतिक संसाधन मौजूद है। इसमें खनिज माफियाओं का राज कायम हो गया है। नक्सल प्रभावित क्षेत्र की आड़ में प्राकृतिक गौण खनिजों को हथियाने के लिए माफियाओं ने लूट मचा रखी है। माफियाओ द्वारा बेशकीमती पत्थरों के साथ-साथ दूसरे खनिजों का बिना परमिशन खुदाई की जा रही है।
कंटेंगाकला खदान से उच्च क्वालिटी के पत्थर की चोरी
बताया जा रहा है कि माफिया मोहला से सटे कंटेंगाकला खदान से उच्च क्वालिटी के पत्थर का लंबे समय से बेधडक अवैध खुदाई कर रहे हैं। खुदाई से यह खदान खाई में बदल गया है। वहीं आसपास के गांवों में ब्लास्टिंग से रोज मकानों की नींव हिल रही है। इधर लोग धमाकों के बीच इस खदान के आसपास से गुजरने मजबूर हैं।
नेताओं की शह में चल रहा लूटपाट का धंधा
मिली जानकारी के अनुसार तीन साल पहले तत्कालीन भाजपा सरकार के कुछ प्रभावशाली नेताओं के शह पर बिलासपुर के एक ठेकेदार ने पूरे खदान को खाई में बदल दिया। इस मामले में मोहला के एक भाजपा नेता द्वारा बकायदा पूर्ववर्ती भाजपा सरकार से शिकायत भी की गई थी। बताया जा रहा है कि एक प्रभावशाली नेता ने इस मामले में शिकायत करने वाले नेता को चुप रहने की सलाह दी थी। इसके बाद से ठेकेदार ने जमकर खुदाई की। अब भी यह सिलसिला थमा नहीं है। कटेंगाकला खदान के अलावा अंदरूनी इलाकों में नेताओं ने एक तरह से लूटपाट शुरू कर दी है।
रेत की तस्करी कर भेजा जा रहा महाराष्ट्र
बताया जा रहा है कि खदान के अलावा नदियों से धड़ल्ले से रेत निकाले जा रहे हैं। ज्यादातर खनिज महाराष्ट्र के गढ़चिरौली भेजा जा रहा है। वहीं खनिज माफियाओं ने पंचायतों में जाकर नदी-नालों से रेत निकालने के लिए भी सरपंचों और पंचायत प्रतिनिधियों पर दबाव बनाए हैं। बताया जा रहा है कि यह स्थिति देखकर वनांचल के लोग सरकार के नीतियों को लेकर भी नाखुश हैं।
खदानों की स्थिति को लेकर जानकारी खनिज विभाग से ली जा रही है। अवैध तरीके से खुदाई किए जाने वालों पर प्रशासन कार्रवाई करने से पीछे नहीं हटेगा। नियम-शर्तों के आधार पर ही खुदाई होनी चाहिए।
– टीके वर्मा, कलेक्टर राजनांदगांव