रेत, मुरुम व अन्य खनिज संपदंा की मची है लूट
राजनांदगांव(दावा)। जिले में खनिज संपदाओं की लूट मची हुई है। तस्कर खदानों से बेस कीमती खनिज संपदाओं का दोहन कर रहे हैं। तस्कर खनिज विभाग से सेटिंग कर खुलेआम खनिज संपदाओं की चोरी कर रहे है। इसकी वजह से न जांच हो रही है और न ही कार्रवाई।
सूत्रों के अनुसार जिले के वनांचल के मोहला-मानपुर क्षेत्रों के नदियों से इन दिनों महाराष्ट्र के गढ़चिरौली और आसपास क्षेत्रों में रोजाना बड़ी मात्रा में रेत की तस्करी हो रही है। कुछ जगहों पर तो नदियों की लीज ही नहीं हुआ है। बावजूद इसके माफिया रोजाना ट्रकों व हाइवा से रेत निकाल कर महाराष्ट्र में बेच रहे हैं। वनांचल क्षेत्र मेंं खनिज विभाग के नहीं पहुंचने से खनिज माफियाओं का राज कायम हो गया है। नक्सल प्रभावित क्षेत्र की आड़ में प्राकृतिक गौण खनिजों को हथियाने के लिए माफियाओं ने लूट मचा रखी है। माफियाओं द्वारा रेत के अलावा बेशकीमती पत्थरों के साथ-साथ दूसरे खनिजों का बिना परमिशन खुदाई की जा रही है।
जिले के सभी क्षेत्रों में मुरुम का अवैध खनन
जिले के कई क्षेत्र से मुरुम चोरी की शिकायत सामने आ रही है। इसके अलावा गिट्टी खदानों से बिना लीज के गिट्टी व अन्य खनिज संपदाओं की निकासी हो रही है। जानकारी के अनुसार जिले के घुमका, मुढ़ीपार, ठेलकाडीह, डोंगरगांव, डोंगरगढ़ सहित अन्य क्षेत्रों से तस्कर बड़े पैमाने पर मुरुम व गिट्टी की तस्करी का मामला सामने आ रहै है। बावजूद इसके खनिज अमला द्वारा किसी पर भी कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है।
उच्च क्वालिटी के पत्थरों की बेधडक़ अवैध खनन
जानकारी के अनुसार नदियों में पानी कम होने के बाद रेत निकासी का काम जोरों पर चल रहा है। बताया जाता है कि तस्कर वनांचल क्षेत्रों के छोटे नदियों से रोजाना रेत की चोरी कर उंची कीमत पर बेच रहे है। वहीं माफिया मोहला से सटे कटेंगाकला खदान से उच्च क्वालिटी के पत्थर का लंबे समय से बेधडक़ अवैध खुदाई कर रहे हैं।