राजनांदगांव(दावा)। भाजपा किसान नेता अशोक चौधरी ने एक बयान में कहा की धान खरीदी के पहले दिन से ही किसानों में सरकार के प्रति अविश्वास हो गया है पहले तो गिर्दा वाली कानून के तहत 15त्न रकबा कम कर दिया गया है। दूसरा कुल 60 दिन धान खरीदी का समय है वास्तविक खरीदी केवल 45 दिन ही होगा बाकी दिन छुट्टी में चले जाएंगे पूर्व में डॉ रमन सिंह की सरकार 75 दिन धान खरीदी करती थी तब 72 लाख मैटरिक टन धान खरीदी होती थी और अब 90 लाख मेट्रिक टन धान 45 दिन में किसी भी हालत में नहीं खरीद हो सकती तीसरा किसानों में सरकार के द्वारा फैलाए गए भ्रम धान का बोरा नहीं होना इससे किसानों में अविश्वास हो गया है कि हमारा धान नहीं बिकेगा इसलिए सोसायटी ओं में भगदड़ की स्थिति है। पिछले 15 वर्ष में कभी भी टोकन लेने के लिए मारामारी नहीं होती थी पूरा सिस्टम बना हुआ है उसको बिगाड़ कर सरकार की नियत का पता चल जाता है। सरकार कम से कम धान खरीदना चाहती है हम डंके की चोट पर कहते हैं कि 90 लाख मीट्रिक टन धान खरीद नहीं हो सकता यदि सही में धान खरीदना है तो कम से कम एक महीना धान खरीदी का समय बढ़ाना होगा।