राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार ने ली महाराष्ट्र, मध्यप्रदेश और छग के पुलिस अधिकारियों की बैठक
राजनांदगांव(दावा)। राजनांदगांव सहित पड़ोसी राज्य मध्यप्रदेश और महाराष्ट्र में पैठ जमा कर बैठे नक्सलियों के खात्मे के लिए राष्ट्रीय स्तर पर रणनीति बनी है। बुधवार को राजनांदगांव प्रवास पर आए राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार के विजय कुमार द्वारा एसपी आफिस में छत्तीसगढ़, पड़ौसी राज्य महाराष्ट्र और मध्यप्रदेश के पुलिस अधिकारियों व सुरक्षा बल के अधिकारियों की बैठक ली। बैठक में नक्सलियों के खात्मे और उनकी पैठ की कमर तोडऩे की रणनीति पर चर्चा की गई।
गौरतलब है कि जिले में नक्सली गतिविधियों पर लगाम लगाने व उनके खात्मे को लेकर सुरक्षाबलों व स्थानीय पुलिस द्वारा विभिन्न अभियान चलाया जा रहा है। इसी बीच राष्ट्रीय आंतरिक मामलों के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार के विजय कुमार बुधवार को राजनांंदगांव पहुंचे थे। श्री कुमार द्वारा पुलिस कंट्रोल रूम में नक्सली मामलों को लेकर पुलिस अधिकारियों की बैठक ली गई। इस बैठक में राजनांदगांव के अलावा महाराष्ट्र और मध्यप्रदेश के आला पुलिस अधिकारी भी शामिल हुए थे। इस बैठक का मुख्य उद्देश्य नक्सलियों का सफाया तथा नक्सलियों को जड़ से खत्म करने की रणनीति तैयार करना था।
सूचना तंत्र को और मजबूत कर नक्सलियों को खदेडऩे की बात
पुलिस सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार बैठक में राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार के विजय कुमार ने तीनों राज्यों के पुलिस अधिकारियों को सूचना तंत्र को और मजबूत करने पर जोर दिया। बताया जा रहा है कि के विजय कुमार ने सूचना तंत्र को मजबूत कर नक्सलियों को खदेडऩे और आम नागरिकों के बीच पुलिस को उनके हर काम पर मदद दिलाने का भरोसा दिलाने की बात कही गई। इस दौरान के श्री कुमार द्वारा तीनों राज्यों के पुलिस द्वारा चलाए जा रहे ज्वाइंट आपरेशन को और मजबूती से चलाने का निर्देश दिया गया। इस बैठक में दुर्ग रेंज के आईजी विवेकानंद सिन्हा, राजनांदगांव एसपी डी. श्रवण कुमार के अलावा महाराष्ट्र के गढ़चिरौली एसपी, मध्यप्रदेश के बालाघाट एसपी सहित आईटीबीपी और नक्सल ऑपरेशन के एसपी और पुलिस के उच्च अधिकारी मौजूद थे।
बार्डर क्षेत्रों में लंबे समय से है नक्सलियों की पैठ
जिले के मानपुर-मोहला, मदनवाड़ा सहित साल्हेवारा क्षेत्र के अलावा मध्यप्रदेश के बालाघाट, लांजी और महाराष्ट्र के गढ़चिरौली के अलावा सीमा से लगे क्षेत्रों में लंबे समय से नक्सलियों का जमावड़ा है। नक्सली अपनी मौजूदगी का एहसास कराने समय-समय पर किसी न किसी वारदात को अंजाम देते हैं। नक्सलियों का फोकस सुरक्षा बलों को निशाने पर लेकर बड़ा नुकसान पहुंचाने का रहता है। सुरक्षा बलों द्वारा सर्चिग के दौरान कई बार नक्सलियों द्वारा जमीन के नीचे दबा कर रखे विस्फोटक बरामद कर उनके मसूबों पर पानी फेरा गया है। राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार की बैठक के बाद जिले व बार्डर नें फिर एनी नक्सल आपरेशन में तेजी आने की संभवाना है।