बिलासपुर। पूर्व मुख्यमंत्री और भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष डा. रमन सिंह ने कांग्रेस की भूपेश सरकार के दो साल के कार्यकाल पर जमकर हमला बोला और आरोप लगाया कि दो साल में सरकार दो अस्पताल व स्कूल नहीं बना सकी है। झूठी वाहवाही लूटने में मस्त है। उन्होंने सरकार की गोधन न्याय योजना पर कटाक्ष करते हुए कहा कि जिस तरह से बिहार में चारा घोटाला हुआ था, उसी तर्ज पर प्रदेश में आने वाले समय में गोबर घोटाला होगा।
उन्होंने किसी का नाम लिए बगैर गोबर से कांग्रेस के नेता को लाभ दिलाने का आरोप लगाया। प्रदेश सरकार सभी मोर्चे पर विफल है और यहां लीकर, लैंड, सेंड व कोल माफियाओं की सरकार चल रही है। पत्रकारों से चर्चा करते हुए पूर्व सीएम डा. सिंह ने कहा कि दो साल में भूपेश बघेल की सरकार बदला और तबादला में व्यस्त रही। 15 साल के कार्यकाल में हमने ने जहां 46-47 हजार करोड़ कर्ज लिया था।
वहीं दो साल में ही कांग्रेस सरकार ने 25 हजार करोड़ से ज्यादा का कर्ज लिया है। इस बीच कहीं भी न तो नए हास्पिटल बना और न ही सड़क, रोजगार के अवसर पैदा हुआ है। दो साल में सरकार अपनी योजनाओं की नींव रखकर आगे बढ़ती है। लेकिन ऐसा नहीं हुआ। उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि सरकार की कर्ज माफी योजना फेल रही है। आज भी किसान कर्ज में दबे हैं और आत्महत्या के लिए मजबूर हैं।
किसानों को पिछले साल की धान खरीदी का पैसा अभी तक नहीं मिला है, जिससे किसान परेशान हैं। दो साल के बोनस की राशि किसानों को देने का वादा किया, लेकिन नहीं दिया। किसानों का रकबा काट दिया गया, खरीदी का समय कम कर दिया, जिससे किसान त्रस्त हैं। महिलाओं को लगा था कि कांग्रेस के राज में शराबबंदी होगी लेकिन नहीं हुई। बल्कि अब शासकीय दुकानों में अवैध शराब की बिक्री हो रही है।
पूर्व सीएम ने कहा कि कांग्रेस का घोषणा पत्र झूठा था और वादा भी झूठा ही रहा। अब दो साल के कार्यकाल में ही प्रदेश की जनता अपने आप को ठगा महसूस कर रही है। किसानों को यह भरोसा नहीं है कि अभी धान खरीदी का पैसा कब मिलेगा।
इन मुद्दों पर बोला हमला
0 शासकीय दुकानों में दो तरह का खाता उपयोग हो रहा है, जहां शराब की अवैध बिक्री हो रही है और सरकार एआइसीसी के लिए एटीएम का काम कर रही है।
0 प्रदेश अपराधियों का गढ़ बन गया है। लगातार अपराध बढ़ रहे हैं। महिलाओं पर अत्याचार बढ़ गए हैं। अब जुआ-सट्टा खुलेआम हो रहे हैं। कांग्रेस के विधायक को अपनी पीड़ा व्यक्त करनी पड़ी और पुलिस थानों में रेट लिस्ट लगाने जैसी बातें कहनी पड़ी।
0 भ्रष्टाचार का आलम यह है कि कलेक्टर का पद भी अब पेमेंट हो गया है। इसी तरह एसपी की पोस्टिंग के लिए जिला देखकर रेट तय किए जा रहे हैं, जिसकी सार्वजनिक रूप से चर्चा होने लगी है।
0 कांग्रेस की सरकार बनी तो लोगों ने सोचा था कि यह सरकार 15 साल के विकास कार्यों को आगे बढ़ाएगी। लेकिन इस सरकार ने सारे विकास को पीछे धकेल दिया।
0 बेरोजगार युवकों को बेरोजगारी भत्ता देने के लिए पांच लाख फार्म भराए गए थे। लेकिन आज तक बेरोजगारी भत्ता का पता नहीं है। संविदा कर्मियों को नियमित करने की बात हुई थी। लेकिन दो साल में भी किसी को नियमित नहीं किया गया और न ही नए पद सृजित किए गए।
0 मुख्यमंत्री बघेल नरवा घुरवा बाड़ी से आगे नहीं बढ़ पा रहे हैं। आज भी नेशनल हाईवे और स्टेट हाईवे में जानवरों की भीड़ दिख जाएगी। जबकि उनके लिए ही योजना बनाई गई है।
0 दो साल में दो सौ 33 किसानों ने आत्महत्या की है, जिसे सरकार और उसके तंत्र शराबी, मानसिक परेशानी, पारिवारिक झगड़े बता दिए।
0 सरकार बदलने का नुकसान आमजन को किस तरह होता है इसका यह भी उदाहरण है कि छत्तीसगढ़ में पांच लाख प्रधानमंत्री आवास बन जाने चाहिए थे, जिसमें केंद्र सरकार व राज्य सरकार का 60 और 40 प्रतिशत का योगदान होता है। लेकिन राज्य सरकार ने अपने हिस्से का 1800 करोड़ नहीं दिए। इसके चलते पांच लाख आवास का निर्माण रुक गया है।
कृषि कानून पर भ्रम फैला रही है कांग्रेस
पूर्व सीएम डा. सिंह ने कहा कि केंद्र सरकार द्वारा पारित कृषि कानून किसानों के हित में है। कानून के विरोध में जो आंदोलन चल रहा है उसमें भ्रम और अफवाह ज्यादा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पहले ही स्पष्ट कर दिया है कि कृषि कानून में एमएसपी बंद करने का कोई उल्लेख नहीं है।