महिला के दिव्यांग पति ने लगाए मेडिकल स्टॉफ पर रुपए मांगने का आरोप
राजनांदगांव(दावा)। शहर के मेडिकल कॉलेज सह जिला अस्पताल में मेडिकल स्टॉफ का एक बार फिर अमानवीय चेहरा सामने आया है। एक दिव्यांग प्रसूति महिला के दिव्यांग पति से डिलीवरी के रुपए मांगने और रुपए नहीं देने की स्थिति में सही ढंग से इलाज के अभाव में नवजात बच्चे की मौत हो गई और डिलीवरी के बाद दिव्यांग महिला की हालत खराब बनी हुई है। अब अपने बच्चे को खोने के बाद दिव्यांग पति अपनी पत्नी के इलाज के लिए भीख मांग रहा है।
जानकारी के अनुसार वनांचल क्षेत्र बकरकट्टा निवासी दोनों पैर से विकलांग रामजश नेताम बीते सात दिसंबर को छुईखदान में अपनी पत्नी हेमलता नेताम को डिलीवरी के लिए भर्ती कराया था। यहां से हेमलता को राजनांदगांव रिफर किया गया। नौ दिसंबर को आपरेशन के जरिये महिला हेमलता ने एक पुत्र को जन्म दिया। जन्म के कुछ घंटों के बाद बच्चे की मौत हो गई। पिता राजमश नेताम का आरोप है कि नर्स और चिकित्सक ने आपरेशन के लिए रुपए की मांग की थी। समय पर रुपए नहीं देने की स्थिति में सहीं इलाज के अभाव में बच्चे की मौत हो गई।
डिलीवरी के लिए 5 हजार रुपए की मांग
पीडि़त पिता राजमश नेताम का आरोप है कि उसकी पत्नी के डिलीवरी के पूर्व अस्पताल के स्टॉफ द्वारा पांच हजार रुपए की मांग की गई। रकम नहीं देने के कारण स्टॉफ द्वारा नवजात के इलाज में लापरवाही बरती गई। उनका आरोप है कि पांच हजार की रकम जुटाने के लिए उसने कुछ घंटों की मोहलत मांगी थी, लेकिन उसके दुखड़े को नजरअंदाज किया गया। डिलीवरी के दौरान अपने पुत्र को खोने के गम में प्रसूति महिला की स्थिति गंभीर बनी हुई है। फिलहाल उसे आईसीयू में रखा गया है।
ईलाज के लिए अस्पताल के सामने मांग रहा भीख
पीडि़त पिता पांच हजार रूपए जुटाने के लिए अस्पताल के मुख्य द्वार में लोगों के सामने हाथ फैलाकर भीख मांग रहा है। उसका कहना है कि पत्नी के उचित उपचार के लिए वह भीख मांगने के लिए मजबूर हुआ है। उसे अपनी पत्नी को खोने का भी डर है। फिलहाल यह दिव्यांग व्यक्ति अपनी पत्नी को बचाने के लिए लोगों से भीख मांगकर रकम जुटाने की कोशिश कर रहा है। उधर पीडि़त पिता ने शासन-प्रशासन से भी अपने साथ हुए अत्याचार को लेकर शिकायत की है।
सफेद पोशाक फिर हुए दागदार
फिलहाल दिव्यांग पिता को भीख मांगते देखकर लोग काफी आक्रोशित दिख रहे हैं। जिला अस्पताल में नर्स और डॉक्टरों की लालच और लापरवाही के कारण एक दम्पति ने अपने बच्चे को खो दिया। वही अपनी पत्नी के इलाज के लिए रूपये नहीं होने के कारण दिव्यांग पति अस्पताल परिसर के बाहर भीख मांगने को मजबूर हो गया है। वह भीख मांगकर रूपये की व्यवस्था कर रहा है, ताकि अपनी पत्नी का इलाज करा सके। मेडिकल कॉलेज अस्पताल में एक बार फिर सफेद पोशाक दागदार हो गया है।
वर्सन–
डिलीवरी के लिए क्रिटिकल स्टेज में महिला को भर्ती कराया गया था। पहले नार्मल डिलीवरी का प्रयास किया गया। महिला बहुत कमजोर थी। इसलिए आपरेशन किया गया। बच्चा भी कमजोर था और आपरेशन से डिलीवरी के बाद बच्चे की मौत हो गई। रुपए मांगने का आरोप है तो इसकी जांच की जाएगी।
डॉ.प्रदीप बेक, अधीक्षक मेडिकल कॉलेज अस्पताल