फरवरी माह में गेंद और बल्ले से कमाल दिखाने वाले रविचंद्रन अश्विन को आईसीसी ने प्लेयर ऑफ द मंथ के पुरुस्कार से नवाजा है। आर अश्विन के लिए पिछला महीना काफी यादगार रहा।
आईसीसी वोटिंग अकादमी के सदस्य इयान बिशप ने अश्विन के प्रदर्शन पर कहा, ‘‘ अश्विन लगातार विकेट चटकाने में सफल रहे जिससे भारतीय टीम अहम श्रृंखला में अपना दबदबा बना सकी। दूसरे टेस्ट में उनकी शतकीय पारी काफी अहम थी क्योंकि वह ऐसे समय आयी थी जब इंग्लैंड की टीम मैच में वापसी कर रही थी।’’
चेन्नई में किया कमालचेन्नई टेस्ट के दूसरे टेस्ट में उन्होने पहले 43 रन देकर 5 विकेट लिए फिर घूमती हुई पिच पर जहां बल्लेबाज सेट नहीं हो पारा रहा था वहां शतक जमा दिया। अश्विन ने अपनी पारी में 14 चौके और 1 छक्का लगाया । ऐसा उन्होंने अपने टेस्ट करियर में तीसरी बार किया। इस लिस्ट में सिर्फ इयान बॉथम ही उनसे आगे हैं जिन्होंने 1 टेस्ट में 5 विकेट और शतक बनाया हो।
अहमदाबाद में पूरे किए 400 टेस्ट विकेटरविचंद्रन अश्विन ने यह उपलब्धि तीसरे टेस्ट के दूसरे दिन जोफ्रा आर्चर को आउट कर हासिल की। 400 टेस्ट विकेट लेने वाले अश्विन चौथे भारतीय गेंदबाज बने। अब वह भारतीय गेंदबाजों में हरभजन सिंह (417 विकेट), कपिल देव (434 विकेट) और अनिल कुंबले (619 विकेट) से पीछे हैं।
फरवरी माह में अश्विन का शानदार प्रदर्शनआर अश्विन ने चेन्नई में खेले गए दूसरे टेस्ट में 5 विकेट लिए और बल्ले से शानदार शतक जमाया। 35 की औसत से बल्लेबाजी करने वाले अश्विन का सर्वाधिक स्कोर 106 रहा। वहीं 15 की औसत से उन्होंने कुल 24 विकेट झटके हैं। आईसीसी ने कहा कि इन मैचों में कुल 176 रन बनाने और 24 विकेट लेने के लिए अश्विन को पुरुष वर्ग में फरवरी का महीने का सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी चुना गया है।
साल 2011 में अपने टेस्ट करियर की शुरुआत कर चुके आर अश्विन ने अब तक 75 मैचों में 2613 रन बनाए हैं जिसमें 5 शतक और 11 अर्धशतक शामिल हैं। वहीं टेस्ट क्रिकेट में 21 हजार से ज्यादा गेंद डालकर वह 25 की औसत से 409 विकेट प्राप्त कर चुके हैं।
जो रूट फिर हुए निराश
यह दूसरा मौका है जब लगातार प्लेयर ऑफ द मंथ का पुरुस्कार भारत की झोली में गिरा है। इससे पहले जनवरी महीने का प्लेयर ऑफ द मंथ पुरुस्कार ऋषभ पंत को मिला था। उनके सामने जो रुट थे। जो रूट इस बार भी नॉमिनेशन में शामिल थे लेकिन वोटों की गिनती में अश्विन को नहीं हरा सके।
अश्विन के साथ इस सूची में इंग्लैंड के कप्तान जो रूट (333 रन और छह विकेट) और वेस्टइंडीज के पदार्पण कर रहे खिलाड़ी कायल मायर्स को नामांकन मिला था। मायर्स ने बांग्लादेश के साथ श्रृंखला के पहले टेस्ट मैच की दूसरी पारी में 210 रन बनाये थे जिससे उनकी टीम ने 395 रन के बड़े लक्ष्य को हासिल किया था।