अवैध ईंट भट्टा चलाने वालों पर नहीं हो रही कार्रवई
राजनांदगांव(दावा)। गर्मी और भू-जल स्तर को लगातार नीचे जाते देख प्रशासन द्वारा हर साल जिले में बोर खनन पर पाबंदी लगा दी जाती है, लेकिन नदियों के किनारे संचालित हो रहे अवैध ईंट भट्टों पर शिकंजा कसने ध्यान नहीं दिया जाता। यहां ईंट निर्माण के लिए धड़ल्ले से नदी के पानी का इस्तेमाल हो रहा है। इस वजह से भी नदी का पानी तेजी से सूख जाता है।
गौरतलब है कि जिले में सैंकड़ों जगहों पर अवैध रुप से बेखौफ होकर ईट भट्ठों का संचालन हो रहा है। बिना परमिशन के ही नदी के किनारे ईट बनाने का कारोबार हो रहा है। ईट भट्ठा के लिए पहले खनिज विभाग व पर्यावरण से इसकी मंजूरी लेकर ईट बनाने का कार्य किया जाता है, लेकिन रसूखदारों द्वारा बिना स्वीकृति लिए ही ईट भट्ठे का संचालन किया जा रहा है ।
जिले भर में बेखौफ चल रहा कारोबार
अवैध रुप से ईट भट्ठा संचालन का गोरख कारोबार जिले में चल रहा है। संचालकों द्वारा नदी के कनारे भट्ठा संचालन कर पानी का बड़ी मात्रा इस्तेमाल किया जाता है। राजनांदगांव ब्लाक में मोहारा नदी के किनारे, भर्रेगांव नदीं किनारे, खुटेरी, ईरा, तोरणकट्टा, धीरी, सांकरा सहत अन्य जगहों पर ईट भट्ठों का संचालन हो रहा है। इनमें से कुछ ही जगहों पर खनिज विभाग से परमिशन लिया गया है। अन्य जगहों पर अवैध रुप से ईट बनाने का कारोबार चल रहा है। बावजूद इसके आज तक किसी पर कोई कार्रवाई नहीं हुई है।
अधिकारियों से सेटिंग के कारण कार्रवाई नहीं
जानकारी के अनुसार ईट भट्ठों का संचालन करने वाले लोग खनिज विभाग के अधिकारियों से सेटिंग कर लेते हैं। इसकी वजह से किसी पर कोई कार्रवाई नहीं होती। विभाग की टीम इन जगहों पर जांच करने भी नहीं पहुंचते। जिले के खैरागढ़ क्षेत्र में लालपुर, सोनेसरार, धनेली, पांडादाह व पिपरिया में नदी किनारे ईट भे संचालित हैं। वहीं डोंगरगढ़ ब्लाक के ढारा, भंडारपुर, मेढ़ा, कातलवाही, बोरतलाव सहित आसपास में दर्जनों ईट भे चल रहे हैं। चौकी ब्लाक में शिवनाथ नदी के किनारे दर्जनों भे संचालित हो रहे हैं। जिसमें हाथीकन्हार, सेंमरबांधा, दाउटोला, बोरहनभेड़ी, विचारपुर, मरचे व अन्य जगह शामिल है। इस तरह जिले भर में शिवनाथ नदी के किनारे और दूसरे इलाकों में भी सैंकड़ों अवैध ईट भों का संचालन जारी है। इन जगहों के ईट भट्ठों को देखने अफसर नहीं पहुंचते।
इस संबंध में जानकारी लेने जिला खनिज अधिकारी राजेश माल्वे से उनके मोबाईल पर संपर्क किया गया, लेकिन अधिकारी ने फोन रिसीव नहीं किया।