अहमदाबाद। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अहमदाबाद के साबरमती आश्रम में स्वतंत्रता की 75वीं वर्षगांठ को समर्पित आजादी के अमृत महोत्सव का उद्धाटन किया। इस दौरान उन्होंने साबरमती आश्रम से पदयात्रा (स्वतंत्रता मार्च) को हरी झंडी दिखाई।
अवसर पर पीएम मोदी ने कहा कि ‘आजादी का अमृत महोत्सव’ 15 अगस्त 2023 तक चलेगा।
पीएम मोदी ने कहा कि हमारे यहां नमक को कभी उसकी कीमत से नहीं आंका गया। हमारे यहां नमक का मतलब है- ईमानदारी। हमारे यहां नमक का मतलब है- विश्वास। हमारे यहां नमक का मतलब है- वफादारी।
उन्होंने कहा कि हम आज भी कहते हैं कि हमने देश का नमक खाया है। ऐसा इसलिए नहीं क्योंकि नमक कोई बहुत कीमती चीज है। ऐसा इसलिए क्योंकि नमक हमारे यहां श्रम और समानता का प्रतीक है।
प्रधानमंत्री आजादी के अमृत महोत्सव से संबंधित अनेक सांस्कृतिक व डिजिटल कार्यक्रमों का उद्घाटन किया। इससे पहले पीएम साबरमती पहुंचे और महात्मा गांधी की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया।
25 दिन में 241 मील का सफर तय करेगी दांडी यात्रा : प्रधानमंत्री अहमदाबाद के साबरमती आश्रम से नवसारी में दांडी तक जाने वाले पदयात्रियों को झंडी दिखाकर रवाना करेंगे। केंद्रीय मंत्री प्रहलाद सिंह पटेल 75 किलोमीटर की पदयात्रा के पहले चरण का नेतृत्व करेंगे। लगभग 241 मील की यह यात्रा 25 दिन में 5 अप्रैल को समाप्त होगी। दांडी के रास्ते में विभिन्न समूहों के लोग पदयात्रा में शामिल होंगे।
स्वतंत्रता संग्राम में अहम पड़ाव : 12 मार्च 1930 को राष्ट्रपिता महात्मा गांधी ने अहमदाबाद स्थित साबरमती आश्रम से नमक सत्याग्रह के लिए दांडी यात्रा शुरू की थी। इस मार्च के जरिए बापू ने अंग्रेजों के बनाए नमक कानून को तोड़कर उस सत्ता को चुनौती दी थी जिसके बारे में कहा जाता था कि उसके साम्राज्य में कभी सूरज नहीं डूबता है। इसे भारतीय स्वतंत्रता संग्राम का अहम पड़ाव माना जाता है।