छुरिया (दावा)। जिला पंचायत अध्यक्ष गीता घासी साहू ने जारी बयान में कहा है कि कोरोना संक्रमण के भयावह दौर में प्रदेश की भूपेश बघेल की सरकार हर मोर्चे पर फेल हो रही है। जनता के प्रति जो ईमानदारी और बड़ी जिम्मेदारी सरकार की होनी चाहिए, वह कहीं भी नजर नहीं आती। इस सरकार को प्रदेशवासियों व जिलेवासियों के दुख और पीड़ा से कोई लेना देना नहीं है।
उन्होंने कहा कि कोरोना से मृत व्यक्ति के शव को ट्रैक्टर में उठाने की गाड़ी स्वयं परिवारजनों को ले जाना पड़ रहा है, जबकि हमारी सनातन परंपरा में मृत्यु उपरांत उसके शव को सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया जाता है। वर्तमान में छत्तीसगढ़ कोरोना संक्रमण बेकाबू स्थिति में है। प्रदेश में संक्रमितों की संख्या लगातार तेजी से बढ़ रही है। यही स्थिति राजनांदगांव जिले की भी है। यहां विगत कई दिनों से लगातार संक्रमित मिल रहे हैं और मौत के आंकड़े भी बढ़ते जा रहे हैं। संक्रमित अधिक मिल रहे हैं। उनके इलाज की समुचित व्यवस्था नहीं होने के कारण संक्रमितों की स्थिति लगातार खराब होती जा रही है। जरूरी दवाइयों के नहीं होने से मरीज के परिजन भटक रहे हैं। आम जनता स्वयं को असहाय महसूस कर रही है। कोविड सेंटरों में उपचार हेतु पर्याप्त संसाधन की कमी के चलते मरीजों के परिजन परेशान और बेबस नजर आ रहे हैं। पूरे जिले में कोरोना की जांच की कमी के चलते लॉकडाउन के चलते लक्षण वाले व्यक्ति जांच नहीं करा पा रहे हैं। राज्य सरकार द्वारा जिलों को महामारी से निपटने के लिए राशि व संसाधन नहीं मिलने से हाथ बंधे हुए हैं।
जिला पंचायत अध्यक्ष ने गीता साहू ने राज्य सरकार से पर्याप्त संसाधन की मांग की है, ताकि संसाधनों के अभाव की वजह से किसी को जान गंवानी ना पड़े। अब छत्तीसगढ़ राज्य से बाहर प्रदेश गए लोगों अपने घर वापसी कर रहे हैं। जो दूसरे राज्यों से आ रहे हैं, उनके स्वास्थ्य की जांच एवं उनकी स्वास्थ्य की रक्षा करनी होगी, ताकि प्रवासी मजदूर अपने गृह ग्रामो व शहरों में सुरक्षित रह सकें।