रुपए निकालने बैंक पहुंच रहे ग्राहकों को भेजा जा रहा वापस, आरटीजीएस भी नहीं कर रहे
राजनांदगांव (दावा)। कोरोना संकट काल में लोग कई तरह की समस्या से जुझ रहे हैं। संकट के दौर में बैंक प्रबंधकों की अंधेरगर्दी सामने आ रही है। मिली जानकारी के अनुसार जरुरत के लिए स्वंय की जमा राशि निकालने जा रहे लोगों को बैंक प्रबंधकों द्वारा राशि दिए बिना ही वापस भेजा जा रहा है। वहीं व्यापारियों व अन्य लोगों का आरटीजीएस भी नहीं किया जा रहा है। बैंक प्रबंधकों की इस मनमानी से लोगों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। गौरतलब है कि लॉकडाऊन के दौरान पहले दौर में बैंकों को भी बंद रखा गया था। इस दौरान व्यापारियों व जरुरतमंद लोगों की परेशानी के देखते हुए जिला प्रशासन ने बैंकों को दोपहर दो बजे तक खुली रखने की छूट दी है। छूट के बाद बैंक खुली रहने से जरुरतमंंद लोग अपना जमा राशि निकालने पहुंच रहे हैं, लेकिन बैंकों में रुपए नहीं दिया जा रहा है।
गार्ड बाहर से ही वापस भेज रहे लोगों को
मिली जानकारी के अनुसार बैंक प्रबंधकों द्वारा रुपए निकालने पहुंच रहे ग्राहकों से राशि निकालने की जानकारी मांगी जा रही है। प्रबंधकों द्वारा अस्पताल व मेडिकल संबंधित कार्यों की वजह बताने पर ही राशि दी जा रही है। अन्य जरुरत के लिए स्वयं की राशि लेने पहुच रहे ग्राहकों को वापस बेजा रहा है। लोगों को मेडिकल व अस्पताल के अलावा कई अन्य जरुरत के लिए राशि चाहिए। ऐसे में बैंकों से राशि नहीं मिलने से ग्राहकों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। बताया जा रहा है कि बैंकों के सामने गार्ड तैनात हैं और अस्पताल व मेडिकल संबंधित जरुरत बताने वालों को ही राशि निकालने बैंकों में प्रवेश दिया जा रहा है। अन्य जरुरत वालों को बाहर से ही वापस भेजा जा रहा है।
आरटीजीएस-एनईएफटी नहीं होने से व्यापारियों को हो रही परेशानी
मिली जानकारी के अनुसार बैंकों में राशि नहीं देने के अलावा व्यापारियों व अन्य लोगों का आरटीजीएस भी नहीं किया जा रहा है। ऐसे में किसी भी सामान व अन्य जरुरत के लिए रुपए आरटीजीए नहीं होने से व्यापारियों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। बैंक प्रबंधकों का ऐसा ही मनमानी जारी रहा तो व्यापारियों को राशन सहित अन्य सामान का स्टॉक नहीं मिल पाएगा। क्योकि अधिकांश व्यापारियों द्वारा सामानों का स्टॉक रुपए के आरटीजीएस कराने के बाद ही मिलता है।
एटीएम में भी पर्याप्त रकम नहीं, भटक रहे लोग
बैंक प्रबंधकों की एक और मनमानी सामने आ रही है। लॉकडाऊन के दौर में एटीएम में कम से कम पर्याप्त रकम डालना चाहिए, लेकिन अधिकांश बैंकों के एटीएम में राशि नहीं निकल रही है। ऐसे में जरुरत मंद लोगों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। बैंक प्रबंधकों द्वारा एक ओर बैंकों से स्वयं की जमा राशि भी नही दी जा रही है।