नई दिल्ली। देश में कोरोना संकट को देखते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को 10 राज्यों के मुख्यमंत्री और 54 जिलाधिकारियों के साथ बैठक की। बैठक में पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी भी शामिल हुई।
बैठक के बाद ममता ने आरोप लगाया कि बैठक में सिर्फ भाजपा के कुछ मुख्यमंत्रियों ने अपनी बात रखी। बाकी राज्यों के मुख्यमंत्री चुपचाप बैठे रहे। यहां तक कि मैं भी नहीं बोल पाई।
ममता ने कहा कि उन्होंने अपने डीएम को इसलिए नहीं भेजा कि वह खुद ही दवाओं और टीकाकरण की मांग रखना चाहती थीं, लेकिन उन्हें बोलने का मौका नहीं दिया गया।
बंगाल की मुख्यमंत्री ने सवाल किया कि अगर राज्यों को बोलने का मौका ही नहीं देना था तो बुलाया क्यों? सभी राज्यों के मुख्यमंत्रियों को इसका विरोध करना चाहिए।
बंगाल की मुख्यमंत्री ने सवाल किया कि अगर राज्यों को बोलने का मौका ही नहीं देना था तो बुलाया क्यों? सभी राज्यों के मुख्यमंत्रियों को इसका विरोध करना चाहिए।
उन्होंने कहा कि भले ही बंगाल में टीकाकरण की दर कम हो लेकिन हमारे यहां संक्रमण दर तेजी से कम हो रही है। उन्होंने कहा कि राज्य में ब्लैक फंगस के 4 मामले हैं।