रायपुर, मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से बीजापुर और सुकमा जिले की सुरक्षा व्यवस्था की समीक्षा की। इस दौरान सीएम ने नक्सली गतिविधियों के साथ ही सुरक्षा बलों के कैंप खोलने के हो रहे विरोध को लेकर भी वहां के पुलिस अधीक्षकों से जानकारी ली है। मुख्यमंत्री ने नक्सलियों के खिलाफ जारी अभियान में लगातार मिल रही सफलता के लिए पुलिस और केंद्रीय सुरक्षा बल के जवानों की सराहना की।
बता दें कि पिछले सोमवार को सुकमा जिले में कैंप खोले जाने के विरोध के दौरान फायरिंग के में तीन लोगों की मौत हो गई थी। यह कैंप बीजापुर और सुकमा जिले की सीमा पर नक्सलियों का गढ़ कहे जाने वाले सिलगर में कुछ दिनों पहले ही खोला गया है। वहां केद्रीय सुरक्षा बल के साथ ही राज्य पुलिस के जवान भी तैनात किए गए हैं।
सूत्रों के अनुसार बैठक के दौरान मुख्यमंत्री ने पुलिस अफसरों को नक्सल प्रायोजित इस तरह के विरोध प्रदर्शन के दौरान अतिरिक्त सतर्कता बरतने के निर्देश दिए हैं। साथ ही उन्होंने नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में नए कैंप के प्रस्तावों की भी जानकारी ली है। मुख्यमंत्री ने मानसून के दौरान भी नक्सलियों पर दबाव बनाए रखने की रणनीति पर काम करने के निर्देश दिए हैं।
बैठक में गृह मंत्री ताम्रध्वज साहू, स्कूल शिक्षा मंत्री डा. प्रेमसाय सिंह टेकाम, उद्योग मंत्री कवासी लखमा, बस्तर सांसद दीपक बैज, अतिरिक्त मुख्य सचिव गृह सुब्रत साहू और स्पेशल डीजी नक्सल आपरेशन अशोक जुनेजा मौजूद थे। वरिष्ठ अधिकारियों ने भी जवानों का हौसला बढ़ाया।